
OpenAI के ChatGPT एजेंट ने खुद को बताया इंसान, किया ऐसा काम
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी OpenAI के ChatGPT एजेंट ने हाल ही में इंटरनेट के सबसे आम सुरक्षा चेकपॉइंट्स को पार कर लिया है। अर्स टेक्निका की रिपोर्ट के अनुसार, यह एजेंट क्लाउडफ्लेयर के 'आई एम नॉट अ रोबोट' वाले कैप्चा चेकबॉक्स को क्लिक करके अगली प्रक्रिया में आगे बढ़ गया। यह वही सुरक्षा उपाय है जो बॉट्स को रोकने के लिए बनाए गए हैं, लेकिन अब खुद AI ने इन्हें पार कर दिखाया।
मामला
कैसे हुआ यह तकनीकी कारनामा?
रेडिट पर एक यूजर ने स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें ChatGPT एजेंट वीडियो कन्वर्शन प्रक्रिया के दौरान कैप्चा चेकबॉक्स पर क्लिक करता दिख रहा है। AI ने लिखा कि वह 'आई एम अ ह्यूमन बिंग' पर क्लिक कर रहा है, ताकि प्रक्रिया आगे बढ़ सके। यह एजेंट OpenAI के ऐसे फीचर का हिस्सा है, जो वर्चुअल ब्राउजर चलाता है और यूजर के निर्देश पर वेब पर कार्य करता है। AI पूरी प्रक्रिया को अपने इंटरफेस में लाइव भी दिखाता है।
चुनौती
कैप्चा तकनीक और AI की चुनौती
कैप्चा का उद्देश्य इंसानों और बॉट्स में फर्क करना है, लेकिन अब AI कैप्चा जैसे टेस्ट को पार करने लगा है। हालांकि, एजेंट को अभी जटिल इमेज वाले कैप्चा नहीं मिले, पर यह पहले चरण में सफल रहा। कैप्चा का यह शुरुआती चरण यूजर की माउस मूवमेंट, क्लिक टाइमिंग, ब्राउजर पैटर्न आदि को परखता है। अगर AI इन सबमें इंसानों जैसा व्यवहार दिखा देता है, तो वह बिना और चुनौती के आगे बढ़ सकता है।
सीमाएं
AI एजेंट का भविष्य और सीमाएं
ChatGPT एजेंट की यह क्षमता कैप्चा जैसे कई कामों को सरल बना सकती है। रेडिट पर एक यूजर ने बताया कि उसने AI एजेंट से 150 (लगभग 13,000 रुपये) के बजट में किराने का सामान मंगवाया और एजेंट ने निर्देशों के अनुसार सही काम किया। हालांकि, यह सभी साइट्स पर यह सफल नहीं होता। कुछ वेबसाइटों की जटिल डिजाइन AI को रोक सकती हैं। कैप्चा की यह दौड़ अभी खत्म नहीं हुई।