OpenAI ने कानूनी और स्वास्थ्य सलाह देने पर नहीं लगाया प्रतिबंध, अटकलों को किया खारिज
क्या है खबर?
OpenAI ने सोशल मीडिया पर चल रहे उन दावों का खंडन किया है, जिनमें कहा जा रहा है कि ChatGPT को कानूनी और चिकित्सीय सलाह देने से रोक दिया गया है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई नीतिगत बदलाव नहीं हुआ है और चैटबॉट का व्यवहार उसके दीर्घकालिक दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही है। इसमें कोई परिवर्तन नहीं किया है। इन अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए हेल्थ AI प्रमुख करण सिंघल इसे पूरी तरह गलत बताया है।
खंड़न
कंपनी ने दिया यह जवाब
करण सिंघल ने अपनी पोस्ट में लिखा, "यह सच नहीं है, अटकलों के बावजूद, कानूनी और चिकित्सीय सलाह से संबंधित नीतियों को शामिल करना हमारी शर्तों में कोई नया बदलाव नहीं है। मॉडल का व्यवहार अपरिवर्तित रहता है।" उन्होंने यह भी कहा कि ChatGPT कभी भी पेशेवर सलाह का विकल्प नहीं रहा है, लेकिन यह लोगों को कानूनी और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी समझने में मदद करने के लिए एक बेहतरीन संसाधन बना रहेगा।
मामला
नीति अपडेट के बाद फैली यह खबर
AI कंपनी द्वारा 29 अक्टूबर को जारी नई नीति अपडेट के बाद सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म कलशी ने कानूनी और चिकित्सीय सलाह देने रोक की रिपोर्ट दी थी, जिसे बाद में सोशल मीडिया से हटा दिया गया। नीति अपडेट के अनुसार, किसी लाइसेंस प्राप्त पेशेवर की उचित भागीदारी के बिना, लाइसेंस की आवश्यकता वाली, कानूनी या चिकित्सीय सलाह के लिए ChatGPT का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसमें स्वास्थ्य या कानूनी विषयों से संबंधित सामान्य जानकारी देने पर रोक नहीं लगाई है।