OpenAI ने ChatGPT पर लगे आरोपों का किया बचाव, जानिए क्या है मामला
क्या है खबर?
OpenAI ने ChatGPT पर एक 16 वर्षीय किशोर को आत्महत्या के लिए प्रशिक्षित करने का आरोप लगाते हुए दायर मुकदमे के खिलाफ अपना बचाव किया है। उसने कहा है कि चैटबॉट ने किशोर को 100 से अधिक बार मदद मांगने का निर्देश दिया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप ने कैलिफोर्निया के हाई स्कूल के छात्र एडम राइन की मौत को 'एक त्रासदी' बताया और कहा कि चैट हिस्ट्री पढ़ने से पता चलता है कि उसकी मौत चैटबॉट के कारण नहीं हुई।"
जवाब
बचाव में दिया यह जवाब
दायर याचिका के अनुसार, राइन ने चैटबॉट को बताया कि ChatGPT का इस्तेमाल करने से कई साल पहले उसमें आत्म-क्षति के कई गंभीर जोखिम कारक थे, जिनमें बार-बार आत्महत्या के विचार और कल्पनाएं शामिल थीं। OpenAI के वकीलों ने कहा कि ChatGPT ने राइन को संकटकालीन संसाधनों और विश्वसनीय लोगों से संपर्क करने का 100 से ज्यादा बार निर्देश दिया। राइन ने चैटबॉट को बताया कि उसने बार-बार लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने नजरअंदाज कर दिया।
मामला
क्या है यह मामला?
अगस्त में राइन के परिवार ने OpenAI और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सैम ऑल्टमैन पर उसकी मौत के लिए मुकदमा दायर किया। इसमें आरोप लगाया गया कि ChatGPT ने किशोर को फंदा लगाने की प्रक्रिया में मार्गदर्शन किया और उसे सुसाइड नोट लिखने में मदद की पेशकश की। मुकदमे के बाद कंपनी ने चैटबॉट में कई बदलावों की घोषणा की, जिसमें ऐसे नियंत्रण शामिल हैं, जो माता-पिता को किशोरों द्वारा इसके इस्तेमाल के तरीकों पर नियंत्रण देते हैं।