नासा इस हफ्ते अंतरिक्ष में भेजेगी अपना नया टेलिस्कोप, क्या होगी इसकी खासियत?
क्या है खबर?
नासा इस हफ्ते अपना एक और शक्तिशाली टेलिस्कोप अंतरिक्ष में भेजने जा रही है।
इस टेलिस्कोप का नाम SPHEREx (स्फीयरएक्स) है, जो ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने के लिए इन्फ्रारेड प्रकाश में पूरे आकाश को स्कैन करेगा।
यह मिशन भारतीय समयानुसार 7 मार्च को सुबह 08:39 बजे लॉन्च किया जाएगा। इसे कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए भेजा जाएगा।
यह पृथ्वी की कक्षा में रहकर ब्रह्मांड का विस्तृत नक्शा तैयार करेगा।
खासियत
SPHEREx टेलीस्कोप की क्या है खासियत?
SPHEREx टेलिस्कोप पूरे आकाश को 102 अलग-अलग इन्फ्रारेड रंगों में स्कैन करेगा और ब्रह्मांड का 3D मैप तैयार करेगा। यह टेलीस्कोप बिग बैंग के बाद बने 45 करोड़ आकाशगंगाओं का अध्ययन करेगा।
इसके अलावा, यह गैस और धूल के बादलों में पानी और कार्बन डाइऑक्साइड जैसे जीवन के लिए आवश्यक तत्वों की भी जांच करेगा।
अन्य स्पेस टेलीस्कोप जैसे हबल और जेम्स वेब केवल कुछ विशेष स्थानों पर फोकस करते हैं, जबकि SPHEREx पूरे ब्रह्मांड की व्यापक तस्वीर पेश करेगा।
खोज
ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज
SPHEREx का उद्देश्य ब्रह्मांड के विस्तार, डार्क मैटर और डार्क एनर्जी की जानकारी इकट्ठा करना है।
यह समझने में मदद करेगा कि बिग बैंग के बाद ब्रह्मांड में तेजी से विस्तार क्यों हुआ। यह उन आकाशगंगाओं की भी पहचान करेगा, जिनमें नए तारे और ग्रह बन रहे हैं।
SPHEREx खास तौर पर धुंधली रोशनी को भी देख सकेगा। इसका ठंडा डिजाइन इसे बेहद संवेदनशील बनाता है, जिससे यह बेहद कम रोशनी वाले खगोलीय पिंडों को भी देख सकता है।
उद्देश्य
मिशन के उद्देश्य और लाभ
यह मिशन वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड की उत्पत्ति, आकाशगंगाओं के विकास और उसमें मौजूद तत्वों को समझने में मदद करेगा।
SPHEREx का डाटा अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ताइवान के वैज्ञानिकों द्वारा विश्लेषण किया जाएगा और यह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होगा, जिससे दुनियाभर के वैज्ञानिक इसका अध्ययन कर सकेंगे।
इस मिशन से खगोलविद ब्रह्मांड में नई आकाशगंगाओं की खोज, जीवन के संभावित संकेतों और ब्रह्मांडीय संरचनाओं के विकास को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे।