नासा 2026 में अंतरिक्ष में लॉन्च करेगी छात्रों का मिशन
अंतरिक्ष एजेंसी नासा कॉलेज छात्रों के एक मिशन को अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रही है। इस मिशन को एजेंसी के क्यूबसैट लॉन्च पहल (CSLI) के तहत लॉन्च किया जाएगा। मिशन के लिए नासा ने क्यूबसैट बनाने वालों के लिए अंतरिक्ष यान बनाने के अवसरों की घोषणा की है। क्यूबसैट को नैनोसैटेलाइट (छोटी सैटेलाइट) भी कहा जाता है। अंतरिक्ष एजेंसी ने बीते दिन (6 जुलाई) बताया है कि वह 2026 तक छात्रों के एक मिशन को अंतरिक्ष में भेजेगी।
क्या है क्यूबसैट लॉन्च पहल?
CSLI अमेरिकी शैक्षणिक संस्थानों और विज्ञान केंद्रों के सदस्यों को एजेंसी की जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला (JPL) सहित नासा के कई अन्य केंद्रों तक पहुंच प्रदान करती है। इस पहल के तहत अलग-अलग संस्थाओं के छात्र अपने क्यूबसैट को डिजाइन करते हैं और उन्हें नासा के पास भेजते हैं। चयनित क्यूबसैट को रॉकेट से सीधे लॉन्च और अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजा जाता है।
नासा ने इस मिशन को लेकर क्या कहा?
वाशिंगटन में नासा मुख्यालय में CSLI कार्यक्रम के कार्यकारी जीनी हॉल ने कहा, "क्यूबसैट के साथ काम करना छात्रों को अंतरिक्ष उद्योग में करियर शुरू करने में दिलचस्पी लेने का एक तरीका है। नासा हर साल क्यूबसैट मिशनों के लिए आवेदनों की समीक्षा करती है।" नासा को उम्मीद है कि 2026-2029 में उड़ान के अवसरों के लिए 14 मार्च, 2025 तक चयन कर लिया जाएगा। हालांकि, चयन से मिशन के लॉन्च के अवसर की गारंटी नहीं मिलती है।
पहले भी लॉन्च हुआ है ऐसा मिशन
हाल ही में 8 क्यूबसैट मिशनों ने फायरफ्लाई एयरोस्पेस के अल्फा रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजा गया था। क्यूबसैट-1 को कैनसस विश्वविद्यालय द्वारा बनाया गया था, जो पृथ्वी पर आने वाली ब्रह्मांडीय किरणों को मापने की एक नई विधि का परीक्षण कर रहा है। 1-यूनिट (1U) क्यूबसैट का आकार लगभग 10 x 10 x 11 सेंटीमीटर होता है। इन्हें एक साथ जोड़कर थोड़ा बड़ा, अधिक सक्षम अंतरिक्ष यान बनाया जा सकता है।