नासा की बड़ी कामयाबी, डार्ट स्पेसक्राफ्ट एस्ट्रोयड से टकराया
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक नई उपलब्धि अपने नाम कर ली है। एजेंसी ने मंगलवार सुबह 4:46 बजे (भारतीय समयानुसार) एक एस्ट्रोयड का रास्ता बदलने के लिए अपना डार्ट स्पेसक्राफ्ट उसमें टकरा दिया। हालांकि, इस एस्ट्रोयड से धरती को कोई खतरा नहीं था, लेकिन नासा ने भविष्य के खतरों को देखते हुए यह प्रयोग किया था। इस टक्कर से एस्ट्रोयड का रास्ता कितना बदला है, यह आने वाले हफ्तों में पता चल सकेगा।
एस्ट्रोयड का रास्ता बदलने के लिए भेजा था डार्टमिशन
नासा ने पिछले साल डार्टमिशन के तहत डिमोर्फोस नामक इस एस्ट्रोयड का रास्ता बदलने के लिए एक स्पेसक्राफ्ट भेजा था। यह एस्ट्रोयड धरती से 1.1 करोड़ किलोमीटर दूर सूर्य की परिक्रमा कर रहा था। हालांकि, इसके धरती से टकराने की कोई आशंका नहीं थी, लेकिन नासा ने इसे अपनी क्षमताएं जांचने के लिए प्रयोग के तौर पर अंजाम दिया, ताकि भविष्य में अगर जरूरत पड़ती है तो धरती की तरफ आने वाले एस्ट्रोयड का रास्ता बदला जा सके।
क्या है डार्टमिशन?
नासा ने इस एस्ट्रोयड को नष्ट करने के लिए पिछले साल नवंबर में डबल एस्ट्रोयड रिडायरेक्शन टेस्ट (DART) मिशन लॉन्च किया था। इसके निशाने पर डिमोर्फोस (चौड़ाई 160 मीटर) एस्ट्रोयड था, जो उससे थोड़े बड़े एस्ट्रोयड डिडिमोस (चौड़ाई 780 मीटर) की परिक्रमा कर रहा था। ये दोनों ही सूरज की परिक्रमा कर रहे हैं। उम्मीद है कि आज सुबह की इस टक्कर के बाद डिमोर्फोस में बड़ा गड्ढा हुआ है और उसकी परिक्रमा का रास्ता भी बदला है।
यहां देखिये टक्कर का वीडियो
इसी एस्ट्रोयड को क्यों निशाना बनाया गया?
डिमोर्फोस को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि यह छोटी कक्षा में डिडिमोस की परिक्रमा कर रहा था। इसके अलावा अगर यह रास्ता बदलता है तो इसकी अधिक जानकारी मिल पाएगी और इसकी गणना करना आसान होगा।
क्या कोई एस्ट्रोयड धरती से टकरा सकता है?
नासा का कहना है कि कम से कम अगले 100 सालों तक किसी एस्ट्रोयड के धरती से टकराने के आसार नहीं है, लेकिन एस्ट्रोयड धरती से टकराते हैं और ऐसा हो सकता है। माना जाता है कि लाखों साल पहले धरती से कोई एस्ट्रोयड टकराया था, जिसके बाद डायनासोर और उस समय की दूसरी जीवित प्रजातियां खत्म हो गई थीं। 2013 में एक एस्ट्रोयड रूस के ऊपर फटा था, जिससे सैकड़ों लोगों को चोटें आई थीं।
सूरज की परिक्रमा करते रहते हैं लाखों एस्ट्रोयड्स
लाखों छोटे एस्ट्रोयड सूरज की परिक्रमा करते रहते हैं और उनमें से कुछ धरती के वातावरण में भी प्रवेश करते हैं। हालांकि, घर्षण के कारण वो सतह पर पहुंचने से पहले ही नष्ट हो जाते हैं। उनमें से कुछ सतह पर गिर भी जाते हैं, लेकिन वो इतने छोटे होते हैं कि उनसे कोई नुकसान नहीं होता। बड़े एस्ट्रोयड ज्यादा नुकसान करते हैं। जिस एस्ट्रोयड ने डायनासोर और दूसरी प्रजातियों को तबाह किया था, वह 10 किलोमीटर चौड़ा था।
रूस पर फटने वाला एस्ट्रोयड कितना बड़ा था?
ऐसा अनुमान है कि हर 100 साल में एक बार करीब 25 मीटर की चौड़ाई वाला एस्ट्रोयड धरती पर गिर सकता है। 2013 में रूस के ऊपर जो एस्ट्रोयड फटा था, उसकी चौड़ाई 18 मीटर थी। हालांकि, यह गणना इंसानों को ज्ञात करीब 26,000 एस्ट्रोयड पर आधारित है। इनके अलावा बड़ी संख्या में ऐसे एस्ट्रोयड मौजूद हैं, जिनका इंसानों को पता नहीं है। अगर ये कभी धरती की तरफ बढ़ते हैं तो बड़ा नुकसान कर सकते हैं।