
नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने इस रिकॉर्ड गति से लगाया सूर्य का चक्कर
क्या है खबर?
नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने एक बार फिर अपनी सबसे तेज गति की बराबरी कर ली है। सूर्य का 25वां चक्कर लगाने के दौरान 18 सितंबर को सूर्य के सबसे करीब पहुंचने पर अंतरिक्ष यान ने नियंत्रकों से संपर्क किया। इस बार रफ्तार 6.87 लाख किलोमीटर प्रति घंटे रही, जो दिसंबर, 2024, मार्च, 2025 और जून, 2025 में बनाए गए रिकॉर्ड के बराबर है। इस मिशन से सूर्य के पास से महत्वपूर्ण डाटा एकत्र करने में मदद मिलती है।
तुलना
दिल्ली से न्यूयॉर्क की दूरी में तुलना
इस अद्भुत गति से पार्कर सोलर प्रोब दिल्ली से न्यूयॉर्क तक केवल 61 सेकंड में पहुंच सकता है। तुलना के लिए, हवाई जहाज से दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने में लगभग 17 घंटे लगते हैं। इतनी तेज गति से प्रोब सूर्य के करीब से डाटा तुरंत पृथ्वी पर भेज सकता है। यह मिशन सौर हवाओं और सूर्य की गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
विशेषताएं
सौर रहस्य और मिशन की विशेषताएं
पार्कर सोलर प्रोब सौर वायु के उत्पन्न होने का तरीका और सूर्य के कोरोना की असामान्य गर्मी को समझने में मदद करता है। यह विशाल कोरोनाल द्रव्यमान निष्कासन की घटनाओं पर भी डाटा देता है। 2018 में लॉन्च किया गया यह मिशन शुक्र ग्रह के फ्लाईबाई का इस्तेमाल करता है और गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर द्वारा प्रबंधित, अंतरिक्ष यान चरम स्थितियों में काम करते हुए अंतरिक्ष मौसम की महत्वपूर्ण जानकारी पृथ्वी तक भेजता है।