नासा ने तीसरी बार टाली मून रॉकेट की लॉन्चिंग, इस बार तूफान बना वजह
नासा ने एक बार फिर अपने विलंबित आर्टिमिस-1 मिशन की लॉन्चिंग को टाल दिया है। इतने महीनों में बहुप्रतीक्षित लॉन्च की यह तीसरी देरी है। नासा के मुताबिक, ट्रॉपिकल तूफान निकोल की वजह से इन मिशन की लॉन्चिंग को 16 नवंबर तक के लिए टाला गया है। यह जानकारी अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारी जिम फ्री ने ट्विटर पर दी है। बता दें, 29 अगस्त को पहला और 3 सितंबर को इसकी लॉन्चिंग का दूसरा प्रयास किया गया था।
एजेंसी ने ट्वीट में दी लॉन्च टलने की जानकारी
नासा के वरिष्ठ अधिकारी जिम फ्री ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा है, 'हमारे मिशन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू हमारे लोग हैं। आर्टेिमिस के लिए हमारी लक्षित लॉन्च तिथि को बढ़ाता हूं। मैं कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता हूं और हमारी टीम को उनके परिवारों और घरों की जरूरतों को पूरा करने की अनुमति देता हूं।' आगे उन्होंने लिखा, 'एक लॉन्च प्रयास जो 14 नवंबर के लिए निर्धारित किया गया था, अब 16 नवंबर को होगा।'
10 दिनों के अंदर फिर से होगा लॉन्च प्रयास
कर्मचारियों के सुरक्षित काम पर लौटने और तूफान जाने के बाद 16 नवंबर को दो घंटे की तय विंडो के दौरान लॉन्च किया जाएगा। अगर ऐसा नहीं हो पाया तो बैक-अप लॉन्च के लिए 19 नवंबर की तारीख निर्धारित की गई है।
लॉन्च डेट के लिए 16 नवंबर की ही तारीख क्यों?
अंतरिक्ष में किसी भी मिशन के लॉन्चिंग का समय अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है और इन्हें कहीं से भी कभी भी लॉन्च नहीं किया जा सकता। दरअसल, हमारी धरती लगातार घूमती रहती है जिसकी वजह से टारगेट फिक्स नहीं हो पाता है। इसलिए तय समय पर ही मिशन लॉन्च किए जाते हैं ताकि स्पेसक्राफ्ट या रॉकेट को कम से कम दूरी तय करनी पड़े। 16 नवंबर को को दो घंटे लिए लॉन्च विंडो खुलेगी, जो रॉकेट भेजने का सही समय होगा।
आर्टिमिस-1 मिशन क्या है?
दशकों बाद फिर से नासा इंसान को चांद पर भेजने की तैयारी में जुटी है। यह मिशन उसी तैयारी का हिस्सा है। आर्टिमिस-1 मिशन एक टेस्ट फ्लाइट है। यानी इसमें कोई क्रूमेंबर नहीं जाएगा। इसके दूसरे मिशन में क्रूमेंबर के साथ टेस्ट किया जाएगा। आर्टिमिस-3 में चांद की सतह पर उतरने की कोशिश की जाएगी और इसकी लॉन्चिंग 2025 के लिए निर्धारित की गई है। आर्टिमिस-4 में इंसानों को चांद पर भेजा जाएगा।
नासा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है आर्टिमिस-1 मिशन
आर्टिमिस-1 मिशन चांद के रहस्यों का पता लगाने की इंसानी कोशिशों के लिए आगे का रास्ता दिखाएगा। साथ ही यह चांद और उसके पार जाने के लिए नासा की क्षमता को परखेगा। आर्टिमिस-1 लॉन्च में जोहर, हेल्गा और कंपोस नाम के पुतले भेजे जा रहे हैं। इनकी मदद से अंतरिक्ष यात्रियों पर यात्रा के दौरान पड़ने वाले प्रभाव को परखा जाएगा। लौटते वक्त स्पेसक्राफ्ट को कैलिफॉर्निया के बाजा तट के पास पानी में लैंड कराया जाएगा।