
नासा-गूगल अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बना रहे AI मेडिकल असिस्टेंट, जानिए क्या होगा फायदा
क्या है खबर?
लंबे अंतरिक्ष मिशन पर जाने वाले चालक दल के सदस्यों के स्वस्थ रखने के लिए नासा और गूगल मिलकर एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल विकसित कर रही हैं। क्रू मेडिकल ऑफिसर डिजिटल असिस्टेंट (CMO-DA) नामक यह टूल, जब कोई डॉक्टर उपलब्ध न हो या पृथ्वी से संचार बाधित हो तब अंतरिक्ष यात्रियों के लक्षणों का निदान और उपचार करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया है। इस मल्टीमॉडल टूल में स्पीच, टेक्स्ट और इमेज शामिल हैं।
कारण
इस कारण जरूरी है बदलाव
वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (SSI) पर अंतरिक्ष यात्री ह्यूस्टन में रीयल-टाइम कॉल, दवाओं की नियमित कार्गो डिलीवरी और 6 महीने बाद घर जल्दी पहुंचने के लिए पर निर्भर रहते हैं। नासा और एलन मस्क की स्पेस-X के चंद्रमा और मंगल ग्रह पर लंबी अवधि के मानव मिशन की योजना को देखते हुए बड़ा बदलाव होगा। यह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी को कक्षा में चिकित्सा सेवा को धरती से मॉनिटर करने की जरूरत को कम करने के लिए प्रेरित करेगा।
परीक्षण
टूल का 3 बीमारियों में किया गया परीक्षण
दोनों संगठनों ने CMO-DA का 3 बीमारियों- टखने की चोट, कमर और कान के दर्द को लेकर परीक्षण किया गया। एक अंतरिक्ष यात्री समेत 3 चिकित्सकों ने प्रारंभिक मूल्यांकन, इतिहास-लेखन, नैदानिक तर्क और उपचार के आधार पर टूल के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। तीनों ने निदान में उच्च सटीकता पाई, जिसमें कमर दर्द के मूल्यांकन और उपचार को 74 फीसदी, कान के दर्द के लिए 80 फीसदी और टखने की चोट के लिए 88 फीसदी सही पाया गया।