माइक्रोसॉफ्ट आउटेज का सुरक्षा विशेषज्ञों ने लगाया पता, किया यह दावा
दुनियाभर में शुक्रवार (19 जुलाई) को माइक्रोसॉफ्ट के यूजर्स को आउटेज का सामना करना पड़ा था। इसके कारण लोगों के कम्प्यूटर सिस्टम क्रैश हो गए। इसको लेकर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि क्राउडस्ट्राइक यूजर्स के लिए साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर को अपडेट किया गया, लेकिन जारी करने से पहले इसकी गुणवत्ता का टेस्ट नहीं हुआ, जिससे समस्या पैदा हुई। बता दें, आउटेज के कारण लोगो के कम्यूटर की स्क्रीन नीली हो गई और उन्हें विंडोज के उपयोग में परेशानी हुई।
अपडेट में शामिल थी दोषपूर्ण फाइल
क्राउडस्ट्राइक क्लाइंट्स के सिस्टम को हैकिंग के खिलाफ अधिक सुरक्षित बनाने के लिए फाल्कन सेंसर सॉफ्टवेयर को अपडेट किया गया था। इसकी अपडेट फाइल्स में दोषपूर्ण कोड के कारण यह नया टैब विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम खोलता है, जिससे आउटेज की समस्या हुई और वैश्विक बैंक, एयरलाइंस, अस्पताल और सरकारी कार्यालयों का काम बाधित हुआ। विशेषज्ञों ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन वापस लाने में समय लगेगा। क्योंकि, इसमें त्रुटिपूर्ण कोड को मैन्युअल रूप से हटाने की आवश्यकता होगी।
ऑनलाइन रिकवरी में लगेगा अभी समय
सिक्योरिटी स्कोरकार्ड के मुख्य सुरक्षा अधिकारी स्टीव कॉब ने कहा, "ऐसा लगता है कि संभावित रूप से जब वे कोड देखते हैं तो वे जांच या सैंडबॉक्सिंग करते हैं। हो सकता है कि किसी तरह यह फाइल उसमें शामिल नहीं थी या छूट गई हो।" उन्होंने कहा, "यह एक फाइल में थी, जिसमें कॉन्फिगरेशन जानकारी या सिग्नेचर शामिल थे।" एक सुरक्षा शोधकर्ता पैट्रिक वार्डले का दावा है कि उनके विश्लेषण ने आउटेज के लिए जिम्मेदार कोड की पहचान की है।