मेटा और माइक्रोसॉफ्ट के पास पहले से है X ट्रेडमार्क, ट्विटर को हो सकती है मुश्किल
क्या है खबर?
एलन मस्क ने बीते दिन ट्विटर का नया लोगो X जारी किया। नए लोगो को लेकर ट्विटर को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट सहित कई अन्य कंपनियों के पास पहले से ही X के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेटा ने ऑनलाइन सोशल नेटवर्किंग सर्विसेज और मनोरंजन, गेमिंग और एप्लिकेशन डेवलपमेंट क्षेत्र में सोशल नेटवर्किंग सर्विसेज के लिए X लोगो को पहले से रजिस्टर्ड कराया हुआ है।
ट्विटर
माइक्रोसॉफ्ट के पास 2003 से है X ट्रेडमार्क
माइक्रोसॉफ्ट की बात करें तो उसके पास 2003 से एक्सबॉक्स वीडियो गेम सिस्टम के कम्यूनिकेशन से संबंधित एक X ट्रेडमार्क है।
बता दें कि ट्विटर का नया लोगो एक सामान्य यूनिकोड कैरेक्टर जैसा है। इसे 'मैथमेटिकल डबल स्ट्रक कैपिटल X' के रूप में जानते हैं, जिसे मार्च, 2001 में यूनिकोड में जोड़ा गया।
यूनिकोड एक अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटिंग स्टैंडर्ड है, जिसमें प्रत्येक अक्षर या प्रतीक का एक विशिष्ट संख्यात्मक मान होता है। इसका उपयोग सभी प्लेटफॉर्मों पर किया जा सकता है।
मेटा
ट्विटर को इस वजह से हो सकती है मुश्किल
मेटा का X अंदर की तरफ घूमा हुआ गोल सिरों वाले सफेद और नीले 2 तीरों जैसा है, जबकि ट्विटर का X काले और सफेद रंग के साथ कोणीय डिजाइन में है।
मेटा का X लोगो 2019 में रजिस्टर्ड कराया गया था।
ट्विटर को चुनौती का सामना इसलिए भी करना पड़ सकता है क्योंकि वह मेटा की तरह सोशल नेटवर्किंग उद्देश्यों के लिए अपने X का उपयोग करना चाहती है।
वकील
ट्रेडमार्क के लिए लोगो को होना चाहिए यूनिक
लॉ फर्म गेरबेन IP के संस्थापक और ट्रेडमार्क वकील जोश गेरबेन ने कहा कि किसी लोगो को अमेरिका के पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय के साथ ट्रेडमार्क कराने के लिए उसे यूनिक और खास होना चाहिए।
गेरबेन ने कहा कि ट्रेडमार्क की तब तक वैल्यू और सुरक्षा होती है, जब तक वे उपयोग में रहते हैं। इसका मतलब है कि मस्क का नया लोगो इस मामले में कमजोर है और उसे कानूनी चुनौती दी जा सकती है।
बदलाव
लोगो के साथ ही मस्क ने नाम भी बदला
गौरतलब है कि ट्विटर को खरीदने के बाद से ही मस्क प्लेटफॉर्म में कई बड़े बदलाव कर रहे हैं।
मस्क ने ट्विटर की पहचान बदलने के साथ ही उसका नाम भी बदलकर X कर दिया है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मस्क ट्विटर को चीन के वीचैट की तरह एक सुपर ऐप या एवरीथिंग ऐप बनाना चाहते हैं, जिसे सोशल मीडिया के साथ ही शॉपिंग, ऑनलाइन पेमेंट, टिकट बुकिंग आदि कई कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सके।
लोगो
मेटा को भी करना पड़ा था मुश्किल का सामना
फेसबुक का नाम बदलकर जब मेटा किया गया था तो उसे खुद इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स का सामना करना पड़ा था।
मेटा खुद पिछले साल इंवेस्टमेंट फर्म मेटाकैपिटल और वर्चुअल रियलिटी कंपनी मेटाX द्वारा दायर ट्रेडमार्क मुकदमों का सामना कर रही है। इसका समझौता मेटा के नए इनफाइनाइट सिंबल वाले लोगो पर हुआ।
हालांकि, ट्रेडमार्क फाइलिंग में मेटा का X लोगो मस्क द्वारा ट्विटर पर लगाए गए लोगो से अलग दिखता है।