छंटनी के बाद मेटा के कर्मचारी अब काम में कर रहे AI का ज्यादा इस्तेमाल
क्या है खबर?
टेक कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स में हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विभागों में लगभग 600 कर्मचारियों की छंटनी हुई है। इसके बाद कंपनी के बचे हुए कर्मचारी अब अपने काम में AI तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं। मेटा का कहना है कि कंपनी अब अपने संसाधनों को AI अनुसंधान और विकास पर केंद्रित कर रही है, ताकि भविष्य में टीमों को और प्रभावी और तेज बनाया जा सके।
चैटबॉट
मेटामेट चैटबॉट से हो रही है मदद
छंटनी के बाद मेटा के कर्मचारियों ने मेटामेट नामक एक AI चैटबॉट का उपयोग बढ़ा दिया है। यह टूल ChatGPT की तरह काम करता है और कर्मचारियों की वार्षिक प्रदर्शन समीक्षा तैयार करने में मदद करता है। यह आंतरिक दस्तावेजों, नोट्स और फीडबैक को देखकर साल भर की उपलब्धियों का सारांश तैयार करता है। कर्मचारी इसका इस्तेमाल अपने स्व-मूल्यांकन और परियोजना रिपोर्ट को व्यवस्थित करने के लिए कर रहे हैं, जिससे उनका काम पहले से आसान हो गया है।
सवाल
कर्मचारियों ने सटीकता पर उठाए सवाल
मेटामेट टूल को उपयोगी माना जा रहा है, लेकिन कई कर्मचारियों ने इसकी सटीकता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि AI सिस्टम उनके व्यक्तिगत योगदान को पूरी तरह नहीं समझ पाता। कुछ कर्मचारियों को चैटबॉट द्वारा बनाए गए मसौदे को मैन्युअल रूप से सुधारना या फिर से लिखना पड़ता है। इसके बावजूद, कई कर्मचारी इसे एक सहायक टूल के रूप में देख रहे हैं, जो समय बचाने और जानकारी व्यवस्थित करने में मदद करता है।
निर्भरता
AI पर तेजी से निर्भर हो रही है मेटा
मेटा अब लगभग सभी उत्पादों और आंतरिक कार्यों में AI तकनीक को शामिल कर रही है। कंपनी ने मशीन लर्निंग को ऐप डेवलपमेंट, परफॉर्मेंस ट्रैकिंग और वर्कफ्लो मैनेजमेंट का हिस्सा बना दिया है। मेटा का कहना है कि उसका लक्ष्य AI को रिसर्च से लेकर वास्तविक उपयोग तक ले जाना है, ताकि OpenAI और गूगल जैसी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा की जा सके। कंपनी का मानना है कि AI भविष्य की दिशा तय करेगा और हर कर्मचारी इसका हिस्सा बनेगा।