गूगल ने भारत में AI कंप्यूटिंग क्षमता का किया विस्तार, IIT मद्रास से मिलाया हाथ
क्या है खबर?
गूगल ने भारत में अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंप्यूटिंग क्षमता के बड़े विस्तार की घोषणा की है। इससे उद्यमों, डेवलपर्स और सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को देश में एडवांस AI मॉडल बनाने में मदद मिल सके। इस पहल के तहत गूगल क्लाउड और गूगल डीपमाइंड, IIT मद्रास के इंडिक एरिना को लॉन्च करने में भी सहयोग कर रहे हैं। यह भारतीय भाषाओं में कार्यों के आधार पर AI मॉडल को बेंचमार्क करने वाला एक प्लेटफॉर्म है।
बेंचमार्क
किस काम आएगा इंडिक एरिना बेंचमार्क?
इंडिक एरिना बेंचमार्क IIT मद्रास के AI4 भारत अनुसंधान केंद्र की ओर से विकसित किया गया है। यह यूजर्स को भारतीय भाषाओं और सांस्कृतिक रूप से विशिष्ट कार्यों में उनके प्रदर्शन के आधार पर AI मॉडल का मूल्यांकन और रैंकिंग करने की सुविधा प्रदान करेगा। इससे यह पता चल सकेगा की भारतीय भाषाओं में मॉडल कैसा प्रदर्शन करता है। गूगल क्लाउड इस प्लेटफॉर्म को सशक्त बनाने के लिए क्लाउड क्रेडिट प्रदान कर रहा है।
कंप्यूटिंग क्षमता
विस्तारित कंप्यूटिंग क्षमता से AI ऐप्स को होगा फायदा
विस्तारित स्थानीय कंप्यूटिंग नवीनतम ट्रिलियम TPU के साथ गूगल के AI हाइपरकंप्यूटर आर्किटेक्चर पर चलेगी। इससे ग्राहक डाटा रेजिडेंसी और डिजिटल नियंत्रण आवश्यकताओं को पूरा करते हुए भारत में जेमिनी मॉडल्स को प्रशिक्षित और सेवा प्रदान कर सकेंगे। कंपनी ने कहा कि इससे विभिन्न क्षेत्रों में उच्च प्रदर्शन और कम विलंबता वाले AI एप्लिकेशंस को सपोर्ट मिलेगा। स्थान-विशिष्ट परिणामों को बेहतर बनाने के लिए गूगल मैप्स से रीयल-टाइम डाटा का उपयोग करके ग्राउंडिंग सपोर्ट मिलेगा।