
माइक्रोसॉफ्ट सर्वर पर बड़ा साइबर हमला, 100 से अधिक संगठन चपेट में आए
क्या है खबर?
टेक दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर पर साइबर हमला हुआ है। इस हमले में लगभग 100 संगठनों को प्रभावित किया गया है, जिनमें सरकारी और निजी संस्थाएं शामिल हैं। ये हमला खासतौर पर शेयरपॉइंट सॉफ्टवेयर के उन संस्करणों पर हुआ जो ऑन-प्रिमाइसेस यानी स्थानीय रूप से होस्ट किए गए थे। माइक्रोसॉफ्ट ने इस हमले को लेकर चेतावनी जारी की है और सभी प्रभावित संगठनों से सुरक्षा पैच तुरंत इंस्टॉल करने की अपील की है।
हमला
ऐसे हमलावरों को मिली पहुंच
इस हमले का कारण एक नई और पहले अज्ञात तकनीकी कमजोरी है, जिसे साइबर सुरक्षा भाषा में 'जीरो-डे' कहा जाता है। हैकर्स ने इस कमजोरी का फायदा उठाकर सर्वर में गुप्त रूप से घुसपैठ की और संभावित बैकडोर सेट किया, जिससे उन्हें बार-बार अंदर प्रवेश मिल सके। यह खामी इतनी गंभीर है कि पैच लगाने के बाद भी खतरा बना रह सकता है। विशेषज्ञों ने इसे बेहद चिंताजनक और सुनियोजित साइबर जासूसी हमला बताया है।
निशाना
अमेरिका, जर्मनी और UK मुख्य निशाने पर
सबसे ज्यादा प्रभावित संगठन अमेरिका और जर्मनी में स्थित पाए गए हैं। नीदरलैंड की 2 साइबर सुरक्षा फर्मों ने मिलकर इस हमले की पुष्टि की और बताया कि सरकार से जुड़े संगठन भी इसकी चपेट में आए हैं। गूगल और अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले के पीछे चीन से जुड़े साइबर समूह हो सकते हैं। हालांकि, चीन ने इससे इनकार किया है। ब्रिटेन और सिंगापुर जैसे अन्य देशों में भी सीमित हमलों की जानकारी सामने आई है।