ऐपल WWDC: 1990 में मिला नाम, स्टीव जॉब्स के बाद अब टिम कुक करते हैं शुरुआत
ऐपल आज यानी 5 जून से 9 जून, 2023 तक अपने वार्षिक वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कांफ्रेंस (WWDC) का आयोजन करेगी। ऐपल के अलावा गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियां भी वार्षिक डेवलपर्स कांफ्रेंस का आयोजन करती हैं। इन कार्यक्रमों में कंपनियां नए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर पेश करती हैं। इसके अलावा अपनी आगामी योजनाओं के बारे में भी जानकारी देती हैं। आइये ऐपल के सालाना इवेंट WWDC के आयोजन के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1990 के बाद इस दिया गया WWDC नाम
ऐपल ने 1983 से अलग-अलग नाम से कांफ्रेंस का आयोजन किया और वर्ष 1990 से इसे WWDC नाम दिया। यह कार्यक्रम खासतौर से ऐपल डेवलपर्स के लिए है जो आईफोन, आईपैड, मैक आदि के लिए ऐप और सॉफ्टवेयर टूल बनाते हैं। इसमें डेवलपर्स को iOS, आईपैडOS, मैकOS आदि के नए फीचर्स की जानकारी मिलती है। ऐपल पहले WWDC में सिर्फ सॉफ्टवेयर से जुड़ी घोषणाएं करती थी। कुछ समय बाद कंपनी ने WWDC में हार्डवेयर भी लॉन्च करना शुरू कर दिया।
की-नोट से होती है शुरुआत
ऐपल का यह कांफ्रेंस 5 दिन के फॉर्मेट में होता है। इसका पहला दिन की-नोट से शुरू होता है। 1998 से 2011 तक ऐपल के तत्कालीन CEO स्टीव जॉब्स मुख्य वक्ता के तौर पर इसकी शुरुआत करते थे। 2011 में उनके निधन के बाद ऐपल के वर्तमान CEO टिम कुक ने स्टीव जॉब्स की जगह ले ली और वही मुख्य वक्ता के तौर पर इसकी शुरुआत करते हैं। की-नोट में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर से जुड़ी बड़ी घोषणाएं की जाती हैं।
होते हैं ये कार्यक्रम
की-नोट के बाद 'स्टेट ऑफ द यूनियन' का आयोजन होता है। इसमें नए सॉफ्टवेयर के फीचर्स पर ज्यादा जोर होता है। इसके बाद ऐपल डिजाइन अवॉर्ड आयोजित होता है। इसमें बीते साल के सबसे बढ़िया ऐप डिजाइन और डेवलपमेंट टीम के लिए जश्न मनाया जाता है। शेष बचे 4 दिन लैब सेशन और सॉफ्टवेयर टूल्स की जानकारी के होते हैं। इसमें ऐपल के इंजीनियर डेवलपर्स को सॉफ्टवेयर टूल्स के बारे में जानकारी देते हैं।
जून में आयोजित होता है कार्यक्रम
कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया में कई चीजों और तौर-तरीकों को बदलने के साथ ही ऐपल के आयोजन के तरीके में भी बदलाव किया है। पूरी तरह से ऑफलाइन होने वाला कार्यक्रम कोरोना के चलते 2020 और 2021 में ऑनलाइन आयोजित किया गया। 2022 में आईफोन निर्माता ने पहले दिन के लिए इन-पर्सन और अन्य दिनों के लिए ऑनलाइन सेशन रखने का फॉर्मेट अपनाया। ऐपल आमतौर पर हर साल जून में WWDC इवेंट आयोजित करती है।
स्विफ्ट चैलेंज वाले भी लेते हैं हिस्सा
ऐपल अपने इस कार्यक्रम में स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज के जरिए स्टूडेंट डेवलपर्स को भी सपोर्ट करती है। स्विफ्ट चैलेंज भी ऐपल का ही कार्यक्रम है। इसके जरिए ऐपल कोडिंग में रुचि रखने वाले टैलेंटेड स्टूडेंट्स की पहचान करती है और उन्हें WWDC में शामिल होने का अवसर देती है। इस चैलेंज का आयोजन WWDC के पहले किया जाता है और विजेता स्टूडेंट को WWDC में शामिल किया जाता है।
भारत के मध्य प्रदेश की अस्मी जैन भी बनीं स्विफ्ट चैलेंज विजेता
स्विफ्ट चैलेंज में दुनियाभर के स्टूडेंट्स को उनकी पसंद के विषय पर ऐप प्लेग्राउंड बनाने के लिए आमंत्रित किया जाता है। इसके तहत ऐपल अभी तक 350 स्टूडेंट्स को विजेता घोषित करती थी, लेकिन बार विजेताओं की संख्या बढ़ाकर 375 कर दी गई है, जिससे ज्यादा स्टूडेंट्स को इसमें शामिल होने का मौका मिल सके। इस बार के स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज की एक भारतीय विजेता अस्मी जैन भी हैं।