गगनयान मिशन 2025 में नहीं होगा लॉन्च, ISRO प्रमुख ने बताई नई समय-सीमा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अब देश का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान' 2025 में नहीं, बल्कि 2026 में लॉन्च करेगा। ISRO के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने नई समय-सीमा की घोषणा की है। सरदार पटेल मेमोरियल लेक्चर में उन्होंने बताया कि मिशन को तैयारियों के चलते आगे बढ़ाया गया है। गगनयान मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक बड़ा कदम है, और इसके लिए व्यापक तैयारी की जा रही है।
क्या है गगनयान मिशन?
गगनयान मिशन का उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की एक टीम को पृथ्वी से लगभग 400 किलोमीटर ऊपर निचली कक्षा (LEO) में भेजना और उन्हें 3 दिन बाद सुरक्षित वापस लाना है। इस मिशन के लिए भारतीय वायु सेना के 4 परीक्षण पायलटों- प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और शुभांशु शुक्ला का चयन हुआ है। गगनयान को ISRO के हेवी-लिफ्ट लॉन्चर लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (LVM-3) रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा।
इन मिशनों को लेकर भी मिली जानकारी
ISRO प्रमुख ने गगनयान के साथ-साथ अन्य आगामी मिशनों की समयसीमा साझा की। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-4 सैंपल रिटर्न 2028 और निसार मिशन 2025 में लॉन्च होगा। उन्होंने JAXA के साथ चंद्रयान-5 चंद्रमा-लैंडिंग मिशन की योजना भी बताई, जिसकी उम्मीद 2028 के बाद है। ISRO का लक्ष्य अगले दशक में वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत करना है। मानवयुक्त उड़ान से पहले ISRO कई मानवरहित परीक्षण करेगा, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।