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भारत में स्कूल-कॉलेजों पर हर सप्ताह हो रहे 8,487 साइबर हमले, रिपोर्ट में किया दावा 
स्कूल-कॉलेजों के छात्रों का डाटा डार्क वेब पर बेचा जा रहा है (तस्वीर: फ्रीपिक)

भारत में स्कूल-कॉलेजों पर हर सप्ताह हो रहे 8,487 साइबर हमले, रिपोर्ट में किया दावा 

Sep 22, 2025
04:54 pm

क्या है खबर?

शिक्षा क्षेत्र दुनियाभर में साइबर अपराधियों के लिए सबसे ज्यादा निशाने पर रहने वाले उद्योगों में से एक बनकर उभरा है और भारतीय संस्थान इन हमलों का सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं। चेक पॉइंट रिसर्च (CPR) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में शिक्षा और अनुसंधान संगठनों को पिछले 6 महीनों में औसतन प्रति सप्ताह 8,487 साइबर हमलों का सामना करना पड़ा है। हमलों का यह आंकड़ा वैश्विक स्तर पर प्रति संगठन 4,368 घटनाओं के औसत से लगभग दोगुना है।

कारण 

इस कारण असुरक्षित हाे गए शिक्षण संस्था 

रिपोर्ट में बताया गया है कि इसकी तुलना में अन्य क्षेत्रों में भारतीय संगठनों को लगभग 3,278 साप्ताहिक हमलों का सामना करना पड़ता है, जो वैश्विक मानक 1,934 से कहीं अधिक है। शिक्षा में हाइब्रिड लर्निंग मॉडल, कनेक्टेड कैंपस और व्यक्तिगत डिवाइस के व्यापक उपयोग के बढ़ते जोखिम ने डिजिटल हमलों के दायरे को बढ़ा दिया है। सीमित बजट और समर्पित साइबर सुरक्षा टीमों की कमी ने कई स्कूलों और विश्वविद्यालयों को और भी असुरक्षित बना दिया है।

परेशानी 

साइबर हमले से हुआ ये नुकसान 

शोध के अनुसार, रैंसमवेयर की घटनाओं ने परीक्षाओं को बाधित करने के साथ मूल्यांकन में देरी की है और कुछ मामलों में संस्थानों को कई सप्ताह तक ऑफलाइन रहने के लिए मजबूर किया है। डाटा चोरी के कारण ट्रांसक्रिप्ट, व्यक्तिगत रिकॉर्ड और जाली प्रमाणपत्रों की डार्क वेब पर बिक्री को भी बढ़ावा मिल रहा है। कुछ मामले संस्थानों के लिए घातक साबित हुए हैं। इस कारण 157 साल पुराना इलिनोइस स्थित लिंकन कॉलेज हमेशा के लिए बंद हो गया।

AI

AI ने बढ़ाया हमले का खतरा 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इस खतरे को और बढ़ा रही है। CPR ने अकेले जुलाई में 18,000 नए शिक्षा-संबंधी डोमेन दर्ज किए, जिनमें से हर 57 में से एक को दुर्भावनापूर्ण बताया गया। इनमें से कई परीक्षा पोर्टल या शुल्क भुगतान प्रणालियों की नकल करने के लिए AI से विकसित किए गए थे। हमलावर डीपफेक फिशिंग, बड़े पैमाने पर क्रेडेंशियल चोरी और मैलवेयर के लिए भी इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो मिनटों में कमजोरियों का फायदा उठाते हैं।

सुझाव 

बचाव के लिए दिए ये सुझाव 

चेक पॉइंट सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज के भारत और दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक सुंदर बालासुब्रमण्यन ने चेतावनी दी है कि देश का शिक्षा क्षेत्र AI-संचालित साइबर हमलों में वृद्धि का सामना कर रहा है। उन्होंने इससे बचने के लिए AI-संचालित सुरक्षा, हाइब्रिड मेश सुरक्षा, क्लाउड-नेटिव सुरक्षा और खतरे की जानकारी का उपयोग करते हुए रोकथाम-प्रथम दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया। विशेषज्ञ मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन लागू करने, फिशिंग जागरूकता मजबूत करने, सिस्टम में नियमित सुधार करने जैसे उपायों की सलाह दे रहे हैं।