भारत का समुद्रयान मिशन अगले साल होगा लॉन्च, किरेन रिजिजू ने दी जानकारी
भारत चंद्रमा और सूर्य का अध्ययन करने के बाद अब समुद्र का अध्ययन करने की तैयारी कर रहा है। PTI को दिए एक साक्षात्कार में केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि भारत अगले साल के अंत तक समुद्र के राज को जानने के लिए अपने समुद्रयान मिशन को लॉन्च कर सकता है। अब तक, अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और जापान जैसे देशों ने गहरे समुद्र में सफल मिशनों को अंजाम दिया है।
6,000 किलोमीटर की गहराई तक जाएगी पनडुब्बी
इस मिशन के तहत पनडुब्बी मत्स्य 6000 को समुद्र तल की गहराई में 6,000 किलोमीटर तक भेजा जाएगा और इसके जरिए समुद्र के अंदर होने वाली गतिविधियों का अध्ययन किया जाएगा। रिजिजू ने कहा, "महासागर की गहराई में उतरने वाली भारत की पनडुब्बी मत्स्य 6000, जो कि हमारे लोगों को समुद्र में 6,000 मीटर नीचे ले जाने वाली है, वह अपने शेड्यूल पर है। समुद्रयान का इस साल के अंत तक ही परीक्षण हो सकता है।"
2021 में शुरू किया गया था मिशन
समुद्रयान मिशन को 2021 में शुरू किया गया था। इसमें 3 सदस्यों वाले एक दल को मत्स्य 6000 पनडुब्बी का उपयोग करके हिंद महासागर में समुद्र तल के 6,000 मीटर की गहराई तक भेजा जाएगा। यह पनडुब्बी वैज्ञानिक सेंसर और उपकरणों के एक सेट से लैस होगी और इसके काम करने की क्षमता 12 घंटे होगी। किसी भी आपातकालीन स्थिति में इसके काम करने की क्षमता को 96 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है।