भारत का पहला क्वांटम कंप्यूटिंग आधारित नेटवर्क शुरू, हैक करने वाले को मिलेंगे 10 लाख रुपये
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि देश का पहला क्वांटम आधारित दूरसंचार नेटवर्क लिंक आज से राजधानी दिल्ली में चालू हो गया है। पहले अंतरराष्ट्रीय क्वांटम एन्क्लेव में बोलते हुए वैष्णव ने कहा कि क्वांटम संचार लिंक संचार भवन और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र कार्यालय के बीच कार्य कर रहा है। वैष्णव ने क्वांटम संचार लिंक के एनक्रिप्शन को तोड़ने वाले व्यक्ति को 10 लाख रुपये की ईनामी राशि देने की घोषणा भी की।
C-DoT द्वारा तैयार सिस्टम को हैक करना आसान नहीं
दूरसंचार मंत्री C-DoT द्वारा तैयार किए गए इस सिस्टम को हैक करने वालों के लिए एक हैकथॉन शुरू करेंगे और कोई हैकर जितनी बार हैक करेगा, उसे उतनी बार 10 लाख रुपये का ईनाम दिया जाएगा। मंत्री ने क्वांटम कंप्यूटिंग फर्मों की एक छोटी प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया और उन्हें संचार नेटवर्क और भारतीय रेलवे के लिए पायलट प्रोजेक्ट चलाने के लिए आमंत्रित किया। अश्विन वैष्णव के मुताबिक, इस सिस्टम के एनक्रिप्शन को ब्रेक करना आसान नहीं है।
वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने 6G में कई पेटेंट हासिल किए - वैष्णव
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी की पहचान करने और उनको लागू करने के लिए बीते बुधवार को भारत 6G प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। उस समय वैष्णव ने कहा था कि भारत के पास अब तक 6G टेक्नोलॉजी के 127 से अधिक पेटेंट हैं। आज एक बार फिर वैष्णव ने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक्स बहुत जटिल है, लेकिन जटिलता के बावजूद हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और शिक्षाविदों ने मिलकर 6G में कई पेटेंट हासिल किए हैं।"
क्वांटम कंप्यूटिंग क्या है?
क्वांटम कंप्यूटिंग एक आधुनिक टेक्नोलॉजी है। इस टेक्नोलॉजी से लैस कंप्यूटर का इस्तेमाल आधुनिक समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है। इन कंप्यूटर को तेज गति से काम करने के लिए जाना जाता है। क्वांटम कंप्यूटर काफी तेजी से डाटा को प्रोसेस करते हैं। यही एक बड़ी वजह है, जिसके चलते चीन, अमेरिका और भारत जैसे देश इस तकनीक के विकास में हजारों करोड़ रुपये निवेश कर रहे हैं।
क्वांटम कंप्यूटिंग की क्षमता
क्वांटम कंप्यूटिंग की अन्य क्षमताओं की बात करें तो ये कुबीट्स पर काम करते हैं तो ये एक ही समय में एक प्रश्न के सभी संभावित उत्तर खोज कर बता सकते हैं। ये एक सवाल की करोड़ों पॉसिबिलिटीज और पैटर्न को मिनटों में खंगालते हैं और सभी संभावित उत्तरों को सामने लाकर रख देते हैं। क्वांटम कंप्यूटिंग में डाटा की क्रिप्टोग्राफी काफी ज्यादा सटीक ढंग से होती है, इसलिए इसे हैक कर पाना लगभग नामुमकिन है।