भारत 6G प्रोजेक्ट क्या है और ये कैसे काम करेगा?
भारत में 5G नेटवर्क का अभी विस्तार हो ही रहा है और 2030 तक हाई-स्पीड 6G नेटवर्क को शुरू करने की बात होने लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नेक्स्ट जेनरेशन टेक्नोलॉजी की पहचान करने और उनको लागू करने के लिए बुधवार को भारत 6G प्रोजेक्ट की घोषणा की है। 6G के अनुसंधान और विकास के लिए टेस्ट बेड भी लॉन्च कर दिया गया है। भारत में 6G प्रोजेक्ट को दो चरणों में लागू किया जाएगा।
6G के लिए सरकार ने बनाया शीर्ष परिषद
सरकार ने 6G प्रोजेक्ट की देखरेख, इसके मानक तय करने, 6G के लिए स्पेक्ट्रम की पहचान करने और इससे जुड़े डिवाइस और इसमें होने वाले खर्च आदि के लिए ईकोसिस्टम तैयार करने के लिए एक शीर्ष परिषद का गठन भी किया है। शीर्ष परिषद 6G से जुड़े रिसर्च और डेवलपमेंट वाले संस्थानों, स्टार्ट-अप, कंपनियों और विश्वविद्यालयों को सुविधा और वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। 6G प्रोजेक्ट का पहला चरण 2023 से 2025 और दूसरा चरण 2025 से 2030 तक लागू होगा।
5G की तुलना में 6G के जरिए 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड का वादा
परिषद का उद्देश्य टेराहर्ट्स कम्युनिकेशन, रेडियो इंटरफेस, टैक्टाइल इंटरनेट, कनेक्टेड इंटेलिजेंस जैसी नई टेक्नोलॉजी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 6G डिवाइस के लिए नए एन्कोडिंग तरीके और वेवफॉर्म चिपसेट आदि तैयार करना होगा। 6G की कल्पना एक बेहतर तकनीक के रूप में की जा रही है, जो 5G की तुलना में 100 गुना तेज इंटरनेट स्पीड का वादा करती है। 6G की बात करें तो यह 5G का ही अपग्रेड वर्जन होगा और इसमें लेटेंसी रेट भी बहुत कम होगी।
6G से क्या हैं उम्मीदें?
6G को लेकर पेश किए गए विजन डॉक्यूमेंट के अनुसार, 6G के जरिए रिमोट कंट्रोल फैक्ट्रियों की कल्पना की गई है। 6G के जरिए ऐसे स्मार्ट वियरेबल्स (स्मार्टवॉच, स्मार्ट ग्लास, बैंड आदि) डिवाइस तैयार होंगे जो ह्यूमन सेंस से सीधे इनपुट लेने में सक्षम होंगे।
भारत के पास 6G के 127 से अधिक पेटेंट
रिपोर्ट के अनुसार, 6G नेटवर्क 1Tbps तक स्पीड दे सकता है और आप इसके साथ 142 घंटे की हाई-क्वालिटी नेटफ्लिक्स वीडियो को केवल 1 सेकंड में डाउनलोड कर सकेंगे। 6G इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) डिवाइस को बेहतर सपोर्ट देगा। ये एक साथ कई डिवाइस को कनेक्ट करने में सक्षम बनाएगा। इसके अलावा हैकिंग और साइबर अपराध से सुरक्षा और मजबूत होगी। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, भारत के पास अब तक 6G टेक्नोलॉजी के 127 से अधिक पेटेंट हैं।
6G की खासियत
6G के बारे में कहा जा रहा है कि ये अधिक कवरेज वाला होगा जिसमें सैटेलाइट नेटवर्क का सपोर्ट भी होगा। इस वजह से ये दूर और ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान केरगा। 6G 3D-नेटवर्किंग क्षमता प्रदान करेगा, जिसमें सटीक सिग्नल फोकसिंग के लिए वर्टिकल और हॉरिजॉन्टल बीमफॉर्मिंग शामिल है। 6G क्वांटम कंप्यूटिंग के जरिए क्रिप्टोग्राफी और सेंसिंग जैसे क्षेत्रों के लिए बेहतरीन ऐप डेवलप करने में मददगार होगा।