बोइंग को स्टारलाइनर की दिक्कतों से होगा 125 अरब रुपये का नुकसान
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 2 महीने से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में फंसी हुई है। नासा ने बोइंग के स्टारलाइनर यान से दो अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा था। इस यान में कई सालों से समस्याएं सामने आई हैं इसकी वजह से बोइंग को 1.5 अरब डॉलर (लगभग 125.60 अरब रुपये) का नुकसान हो सकता है। बता दें, अब एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-X के साथ मिलकर नासा क्रू-9 मिशन लॉन्च करेगी।
बोइंग को हो सकता है वित्तीय नुकसान
बोइंग के स्टारलाइनर कार्यक्रम को कई असफलताओं का सामना करना पड़ा है, जिसमें पैराशूट सिस्टम विफलता, ज्वलनशील सुरक्षात्मक टेप और बैटरी समस्याएं शामिल हैं। बोइंग पर इन समस्याओं का अनुमानित वित्तीय प्रभाव लगभग 1.5 अरब डॉलर है। ऐसे में अब अगर विलियम्स और उनके साथ बुच विल्मोर को पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाने के लिए किसी कारण से स्टारलाइनर को अनडॉक करना पड़ा तो सैकड़ों अरब रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ेगा।
डॉकिंग पोर्ट से जुड़े मुद्दे
वर्तमान स्थिति ISS पर डॉकिंग पोर्ट के प्रबंधन के लिए एक चुनौती है। ISS कार्यक्रम प्रबंधक डाना वीगेल ने इस बात पर जोर दिया कि क्रू-9 मिशन के लिए जगह बनाने के लिए स्टारलाइनर को अनडॉक करने की जरूरत है। नासा विलियम्स और विल्मोर को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए वैकल्पिक तरीकों पर भी विचार कर रही है, जिसमें स्टारलाइनर के निष्क्रिय रहने पर स्पेस-X ड्रैगन कैप्सूल का संभावित उपयोग भी शामिल है।