अब व्हाट्सऐप के जरिए कर सकेंगे फास्टैग रिचार्ज, जानिए कैसे
बढ़ती टेक्नोलॉजी ने फास्टैग रिचार्ज करने की प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया है। इसी क्रम में फास्टैग रिचार्ज के लिए IDFC फर्स्ट बैंक अपने ग्राहकों के लिए एक नया तरीका लेकर आया है। बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए आसान फास्टैग रिचार्ज करने के लिए व्हाट्सऐप के साथ हाथ मिलाया है। इस सुविधा से बैंक के ग्राहक बैंक के व्हाट्सऐप चैटबॉट के जरिए ही फास्टैग को रिचार्ज कर सकेंगे। आइए जानें कैसे।
रिचार्ज करने के लिए +919555555555 पर 'Hi' भेजें
IDFC फर्स्ट बैंक की फास्टैग रिचार्ज सेवा ग्राहक को व्हाट्सऐप पर ही रिचार्ज के लिए पेमेंट करने की सुविधा देती है। बैंक के ग्राहक इसके आधिकारिक चैटबॉट नंबर +919555555555 पर 'Hi' भेजकर प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। इसके बाद यूजर्स को रिचार्ज का विकल्प चुनना होगा और जितने का रिचार्ज कराना है, उतनी राशि दर्ज करनी होगी। इस प्रक्रिया में OTP द्वारा लेनदेन किया जाएगा, जिसकी पुष्टि के लिए आपको एक SMS भेजा जाएगा।
केवल IDFC फर्स्ट बैंक के ग्राहकों के लिए उपलब्ध है सेवा
फास्टैग रिचार्ज सेवा को IDFC फर्स्ट बैंक ने बहुत ही आसान बना दिया है, जिसके लिए ग्राहक को किसी अन्य पेमेंट ऐप पर नहीं जाना होगा। यह सेवा केवल IDFC फर्स्ट बैंक के ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं। इससे अलग बैंक अपने व्हाट्सऐप चैटबॉट पर 25 से अधिक बैंकिंग सेवाओं की सुविधा देता है। इसमें किसी भी सेवा को एक्सेस करने के लिए आधिकारिक चैटबॉट नंबर पर बस 'Hi' लिख कर भेजना होता है।
व्हाट्सऐप के साथ साझेदारी को लेकर रोमांचित- IDFC फर्स्ट बैंक
फास्टैग रिचार्ज सेवा के बारे में बी माधवन (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, IDFC फर्स्ट बैंक) ने कहा, "हम व्हाट्सऐप के साथ साझेदारी करके बहुत रोमांचित हैं, क्योंकि इस साझेदारी ने फास्टैग्स रिचार्ज को आसान बनाया है।" व्हाट्सऐप इंडिया के प्रमुख अभिजीत बोस ने कहा, "व्हाट्सऐप पर IDFC फर्स्ट बैंक का फास्टैग रिचार्ज देश में सभी के लिए डिजिटल लेनदेन को आसान और सुलभ बनाने के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है।"
क्या है फास्टैग?
फास्टैग एक ऐसी चिप है जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक की मदद से टोल को कैशलेस बनाता है। ये प्रीपेड रिचार्जेबल टैग वाहनों की सामने वाली विंडशील्ड पर लगता है। यह फास्टैग 23 प्रमाणित बैंकों, सड़क परिवहन प्राधिकरण कार्यालयों और भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी द्वारा जारी किए जाते हैं। फास्टैग वाले वाहनों पर टोल शुल्क अपने आप कट जाता है।
डिजिटल भुगतान को और अधिक बढ़ावा मिलेगा
एक समय था जब भारतीयों को टोल प्लाजा से गुजरने में डर लगता था, ताकि कहीं लंबी लाइन में न फंस जाएं। लेकिन अब फास्टैग के लागू होने से यह डर खत्म हो गया है। व्हाट्सऐप और IDFC फर्स्ट बैंक की इस साझेदारी ने फास्टैग रिचार्ज को भी काफी आसान कर दिया है। यह साझेदारी भारत के डिजिटल भुगतान के बुनियादी ढांचे को और अधिक मजबूत बनाने में मदद करेगी।