
इस त्योहारी सीजन में खुद को साइबर ठगी से कैसे रखें सुरक्षित?
क्या है खबर?
साइबर अपराध के मामले देश में काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस त्योहारी सीजन में जालसाज ऑफर्स का लालच देकर लोगों को और अपना निशाना बना रहे हैं। इसी को ध्यान में रखकर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI धोखाधड़ी से बचने के लिए दिशानिर्देश दिए हैं। यूजर्स को लेनदेन करने से पहले 'रुको, सोचो, करो' सिद्धांत अपनाने की सलाह दी गई है, ताकि जल्दबाजी में होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
#1
खरीदारी में सुरक्षा के आसान नियम
खरीदारी करते समय हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या आधिकारिक ऐप का ही उपयोग करें। त्योहारों के दौरान ठग नकली वेबसाइट और लिंक्स बनाते हैं ताकि आपकी व्यक्तिगत और भुगतान जानकारी चोरी कर सकें। प्रचार ईमेल या SMS के दिए लिंक पर क्लिक करने के बजाय खुद एड्रेस टाइप करें या आधिकारिक ऐप खोलें। भुगतान पूरा करते समय हमेशा साइट का चेकआउट पेज देखें और विक्रेता की जानकारी की पुष्टि करने के बाद ही भुगतान करें।
#2
OTP और फर्जी ऑफरों से बचने की सलाह
ऑनलाइन फर्जी ऑफर और इनाम के वादों से सावधान रहें जो OTP या बैंक विवरण मांगते हैं। असली ऑफर कभी संवेदनशील जानकारी या अग्रिम भुगतान की मांग नहीं करते। OTP केवल आपके द्वारा शुरू किए गए लेनदेन की पुष्टि के लिए होते हैं और बैंक या भुगतान ऐप कॉल या मैसेज से कभी OTP नहीं मांगते। ऐसे फर्जी मैसेज मिलने पर तुरंत न तो प्रतिक्रिया दें और न ही लिंक पर सावधानीपूर्वक क्लिक करें।
#3
दबाव में न आएं, तुरंत जांचें और पुष्टि करें
धोखेबाज अक्सर जल्दबाजी का दबाव डालते हैं और यह कहते हैं कि ऑफर जल्द समाप्त हो जाएगा या अकाउंट ब्लॉक कर दिया जाएगा। ऐसे दबाव में आकर कार्रवाई न करें, क्योंकि वास्तविक प्लेटफॉर्म डर या जल्दबाजी की रणनीति का इस्तेमाल नहीं करते। NPCI ने यूजर्स से कहा है कि किसी भी स्कीम पर कार्य करने से पहले एक पल रुककर स्रोत और ऑफर की पुष्टि करें और संदेह होने पर सीधे आधिकारिक चैनल से संपर्क करें।