LOADING...
अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में चिकित्सा आपात स्थितियों से कैसे निपटते हैं?
अंतरिक्ष में स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटना बेहद कठिन काम है (तस्वीर: नासा)

अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में चिकित्सा आपात स्थितियों से कैसे निपटते हैं?

Sep 23, 2025
09:47 am

क्या है खबर?

अंतरिक्ष में कोई अस्पताल या डॉक्टर मौजूद नहीं होता, इसलिए वहां स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटना बेहद कठिन काम है। अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से आए अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने हाल ही में बताया कि अंतरिक्ष में अचानक बीमारी या चोट लगने पर तुरंत इलाज करना कितना मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में अंतरिक्ष यात्री खुद ही डॉक्टर की भूमिका निभाते हैं। हर सदस्य को पहले से प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वह संकट में तुरंत कदम उठा सके।

#1

शून्य गुरुत्वाकर्षण में CPR तकनीक

अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता, इसलिए CPR करना चुनौतीपूर्ण है। इसके लिए अंतरिक्ष यात्री अपने पैरों को अंतरिक्ष यान की छत से टिकाते हैं और पैरों की ताकत से साथी की छाती पर दबाव डालते हैं। इससे दिल की धड़कन दोबारा शुरू करने में मदद मिलती है। ISS पर एक AED मशीन भी मौजूद है, जो हवाई अड्डों में मिलने वाली मशीन की तरह है और आपात स्थिति में दिल की धड़कन को नियंत्रित करने में काम आती है।

#2

दवा और इलाज की विशेष तैयारी

अगर किसी अंतरिक्ष यात्री का रक्तचाप बहुत कम हो जाए और नसें सिकुड़ जाएं, तो दवा सीधे बोन मैरो में दी जाती है। यह तरीका सुनिश्चित करता है कि दवा तेजी से असर दिखा सके। इसके अलावा, स्टेशन पर मौजूद दवाओं और उपकरणों को ऐसे तैयार रखा जाता है कि वे लंबे समय तक काम कर सकें। हर अंतरिक्ष यात्री को इन विशेष चिकित्सा प्रक्रियाओं का पहले से अभ्यास कराया जाता है।

#3

नियमित अभ्यास और टीम वर्क

ISS पर चालक दल नियमित आपातकालीन अभ्यास करता है, जिससे हर सदस्य को पता रहे कि किस स्थिति में क्या कदम उठाना है। आपसी सहयोग और रचनात्मक सोच से ही कठिन समय में सभी को सुरक्षित रखा जा सकता है। अंतरिक्ष यात्री न केवल वैज्ञानिक होते हैं, बल्कि देखभाल करने वाले भी बन जाते हैं। यह प्रशिक्षण और टीम वर्क ही उन्हें पृथ्वी से सैकड़ों किलोमीटर दूर स्वस्थ रखने में मदद करता है।