HIV की 'वैक्सीन' जैसी दवा केवल 3,350 रुपये में हो सकती है तैयार, शोधकर्ताओं का दावा
HIV की वैक्सीन जैसी एक दवा को 40 डॉलर (लगभग 3,350) रुपये से कम खर्चे में बनाया जा सकता है। ऐसा दावा शोधकर्ताओं ने किया है। अमेरिका की दवा कंपनी गिलियड द्वारा सनलेन्का के रूप में बेची जाने वाली लेनाकापाविर की कीमत वर्तमान में प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष 42,250 डॉलर (लगभग 35 लाख रुपये) है। शोधकर्ताओं का मानना है कि लेनाकापाविर संक्रमण को रोक सकती है। इसे इंजेक्शन के रूप में 6 महीने में 1 बार लिया जा सकता है।
परीक्षण में कितनी कारगर रही है दवा?
गिलियड द्वारा घोषित परिणामों के अनुसार, एक परीक्षण में इस दवा ने दक्षिण अफ्रीका और युगांडा में 5,000 से अधिक महिलाओं को 100 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान की। फिलहाल शोधकर्ताओं ने कंपनी को ऐसा सुझाव दिया है, लेकिन कंपनी की तरफ से दवा की कीमत को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस दवा के पैमाने पर उत्पादन के लिए न्यूनतम मूल्य 40 डॉलर प्रति वर्ष है।
शोधकर्ता ने क्या कहा?
लिवरपूल विश्वविद्यालय के डॉ. एंड्रयू हिल ने इस शोध का नेतृत्व किया है। उन्होंने दवा के बारे में कहा, "आपके पास एक इंजेक्शन है, जिसे कोई भी व्यक्ति हर 6 महीने में लगवा सकता है और उसे HIV नहीं होगा। यह HIV वैक्सीन के सबसे करीब है।" बता दें कि वर्तमान में HIV की रोकथाम के लिए अधिकांश उपाय रोज ली जानें वाली गोलियों और कंडोम जैसे अवरोधक उपायों पर निर्भर हैं।