प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से हटाई गई गूगल हैंगआउट्स ऐप, आप भी बंद करें इस्तेमाल
क्या है खबर?
साल 2013 में गूगल की सोशल मीडिया सर्विस गूगल+ के चैटिंग फीचर के तौर पर आने वाली गूगल हैंगआउट्स सेवा अब बंद की जा रही है।
गूगल वर्कस्पेस यूजर्स की डिफॉल्ट मेसेजिंग ऐप गूगल चैट अब इसकी जगह लेगी और इससे जुड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
नई चैट सेवा पर स्विच करने से पहले गूगल हैंगआउट्स को पूरी तरह बंद कर रही है।
अब हैंगआउट्स ऐप को गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से हटा दिया गया है।
रिपोर्ट
लिस्टिंग से हटाई गई पुरानी गूगल ऐप
9to5Google के मुताबिक, गूगल हैंगआउट्स ऐप को गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर दोनों से डीलिस्ट किया गया है।
यानी कि नए यूजर्स इस पुरानी ऐप का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे और इसे iOS या एंड्रॉयड डिवाइस में इंस्टॉल नहीं किया जा सकेगा।
गूगल ने नवंबर, 2018 में घोषणा की थी कि गूगल चैट सेवा धीरे-धीरे हैंगआउट्स की जगह लेगी।
कंपनी ने अक्टूबर, 2020 में वर्कस्पेस यूजर्स को हैंगआउट्स से मीट पर स्विच करने की शुरुआत की थी।
ऐप
पहले से इंस्टॉल ऐप नहीं होगी प्रभावित
जिन यूजर्स ने अपने एंड्रॉयड फोन में पहले कभी हैंगआउट्स ऐप इंस्टॉल की थी, उन्हें गूगल प्ले स्टोर में यह ऐप दिखाई जा रही है।
यूजर्स को अपनी प्रोफाइल फोटो पर टैप करने के बाद मैनेज ऐप्स एंड डिवाइस से मैनेज और नॉट इंस्टॉल्ड ऐप्स पर जाना होगा।
थर्ड-पार्टी स्टोर्स पर भी हैंगआउट्स ऐप मौजूद है और इसके काम करने के तरीके पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ा है।
हालांकि, जल्द गूगल इसका ऐक्सेस पूरी तरह डिसेबल कर सकती है।
बदलाव
डिलीट नहीं होंगे पुराने हैंगआउट्स चैट
गूगल चैट्स से जुड़े बदलाव के साथ पुराने हैंगआउट्स चैट्स डिलीट नहीं होंगे।
कंपनी ने कहा है कि कुछ खास मामलों को छोड़कर बाकी सभी यूजर्स के पुराने हैंगआउट्स कन्वर्सेशन की हिस्ट्री गूगल चैट में ट्रांसफर हो जाएगी।
हालांकि, यूजर्स नया प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करें, इसके लिए गूगल चैट में मिलने वाले कोई नए फीचर्स क्लासिक हैंगआउट्स में नहीं दिए जाएंगे।
गूगल चैट सेवा रेग्युलर और पेड यूजर्स सभी के लिए उपलब्ध होगी।
वीडियो
वीडियो कॉलिंग के लिए मीट सेवा
आर्स टेक्निका के रॉम अमाडियो ने 9to5Google के हवाले से रिपोर्ट में बताया है कि गूगल चैट का वीडियो कॉलिंग फीचर पूरी तरह गूगल मीट पर निर्भर है।
नया मेसेजिंग प्लेटफॉर्म किसी यूजर को सीधे वीडियो कॉल करने के बजाय 'वीडियो मीटिंग' का एक URL पेस्ट कर देता है, जिसकी मदद से दोनों यूजर्स आपस में जुड़ सकते हैं।
अब तक वीडियो कॉलिंग का विकल्प हैंगआउट्स में मिलता था और यूजर्स सीधे 1-टू-1 वीडियो कॉल्स कर सकते थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
इससे पहले बंद हुई थी गूगल टॉक चैटिंग सेवा
चैटिंग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के साथ गूगल का अनुभव अच्छा नहीं रहा है।
गूगल ऑरकुट और गूगल+ जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पिछले दो दशक में लेकर आई और अब बंद कर चुकी है।
साल 2005 में टेक्स्ट और वॉइस चैटिंग के लिए गूगल टॉक सेवा शुरू की गई थी, जिसे साल 2017 में पूरी तरह बंद कर दिया गया।
अब कंपनी मौजूदा सेवाओं का इंटीग्रेशन कर यूजर्स को बेहतर विकल्प देना चाहती है।