LOADING...
गूगल मना रहा 27वीं वर्षगांठ, जानिए कैसे रखा गया था यह नाम 
गूगल का पहला नाम बैकरब रखा गया था (तस्वीर: पिक्साबे)

गूगल मना रहा 27वीं वर्षगांठ, जानिए कैसे रखा गया था यह नाम 

Sep 27, 2025
11:25 am

क्या है खबर?

गूगल 27 सितंबर को अपनी 27वीं वर्षगांठ बना रहा है। इस मौके पर एक खास डूडल बनाया है, जो यूजर्स की पुरानी यादों को ताजा करता है। इस डूडल में गूगल का पहला लोगो दिखाया गया है और इसके जरिए दुनियाभर के अरबों यूजर्स को उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया गया है। इसकी स्थापना 4 सितंबर, 1998 को हुई थी, लेकिन गूगल डूडल की शुरुआत 27 सितंबर को होने के कारण यही दिन प्रतीकात्मक वर्षगांठ बन गया है।

शुरुआत 

गूगल से पहले क्या था इसका नाम?

कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन द्वारा स्थापित गूगल की शुरुआत स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक शोध परियोजना के रूप में हुई थी। उनके दिमाग में गूगल नाम का ख्याल तक नहीं था। गूगल का नाम शुरू में 'बैकरब' रखा गया था। 1997 में नई कंपनी की मुख्य टीम ने बैकरब के लिए एक नया नाम खोजने पर विचार किया। वे ऐसा नाम रखना चाहते थे, जो उस पर मिलने वाले अनगिनत उत्तरों को प्रतिबिंबित करे।

कारण 

नाम रखने के पीछे यह थी वजह 

इसका नाम गूगोल (Googol) गणितीय शब्द का गलत वर्तनी वाला वर्जन है, जो 1 के बाद 100 शून्य या 10 की घात 100 को दर्शाता है। इसे गणितज्ञ एडवर्ड कास्नर के भतीजे मिल्टन सिरोटा ने बनाया था। टीम ने 'गूगोलप्लेक्स' नाम सुझाया, एक ऐसी संख्या जिसका आकार समझ से परे है- '1 के बाद शून्यों का एक गूगल'। मुख्य टीम ने छोटा शब्द 'गूगोल' पसंद किया। इस तरह दिग्गज सर्च इंजन की गूगल नाम की शुरुआत हुई।

डूडल 

क्यों लाया गया गूगल डूडल? 

गूगल के डूडल पिछले कुछ सालों में एक सांस्कृतिक घटना बन गए हैं। पहला डूडल 1998 में पोस्ट किया गया था, जब संस्थापकों ने बर्निंग मैन उत्सव के उपलक्ष्य में एक स्टिक फिगर लोगो लगाया था। तब से ये डूडल एनिमेशन, इंटरैक्टिव गेम्स और कलाकृतियों में विकसित हुए हैं, जो महत्वपूर्ण उपलब्धियों, वैज्ञानिकों, कलाकारों और वैश्विक आयोजनों का जश्न मनाते हैं। इस वर्ष का विशेष जन्मदिन डूडल यूजर्स को गूगल के पहले लोगो के साथ अतीत में ले जाता है।