
गूगल ने डाटा सेंटर्स के लिए पहले परमाणु रिएक्टर निर्माण स्थल की घोषणा की
क्या है खबर?
टेक दिग्गज गूगल ने अपने परमाणु रिएक्टर के निर्माण स्थल की घोषणा की है। यह रिएक्टर ओक रिज, टेनेसी में हर्मीस 2 संयंत्र के रूप में स्थापित होगा। यह प्रोजेक्ट गूगल और स्टार्टअप कैरोस पावर के बीच 2024 में हुए समझौते का हिस्सा है। संयंत्र टेनेसी वैली अथॉरिटी (TVA) के साथ बिजली खरीद समझौते के तहत गूगल को 50 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करेगा। यह गूगल के लिए ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी पहल मानी जा रही है।
क्षमता
क्षमता और खासियतें
ओक रिज का यह संयंत्र 500 मेगावाट बिजली आपूर्ति वाले बड़े समझौते का पहला हिस्सा है। इस प्रोजेक्ट के तहत टेनेसी के मोंटगोमरी काउंटी और अलबामा के जैक्सन काउंटी में गूगल के डाटा सेंटर्स को बिजली दी जाएगी। इसके लिए कई छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) लगाए जाएंगे। हर्मीस 2 संयंत्र से 2030 तक संचालन शुरू होने की उम्मीद है। यह संयंत्र गूगल को स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएगा।
सुरक्षा
ऊर्जा सुरक्षा पर जोर
TVA के CEO डॉन मौल ने कहा कि परमाणु ऊर्जा भविष्य की ऊर्जा सुरक्षा का मजबूत आधार है। उनके अनुसार गूगल जैसी कंपनियों की भागीदारी शुरुआती परमाणु परियोजनाओं की लागत और जोखिम को कम करने में मदद करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि इससे गूगल को नए ऊर्जा समाधानों तक पहुंच मिलेगी और ग्राहकों पर तकनीकी विकास का बोझ नहीं पड़ेगा। यह साझेदारी परमाणु ऊर्जा को व्यावसायिक स्तर पर तेजी से आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगी।
योजना
2035 तक की योजना
गूगल और कैरोस पावर के बीच हुआ यह समझौता 2035 तक अपनी पूरी 500 मेगावाट क्षमता तक पहुंचने की उम्मीद रखता है। यह दुनिया का पहला कॉर्पोरेट सौदा है, जिसमें किसी कंपनी ने छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर से परमाणु ऊर्जा खरीदने पर सहमति दी है। इस प्रोजेक्ट को लेकर वित्तीय विवरण अभी जारी नहीं किया गया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल गूगल की हरित ऊर्जा रणनीति को मजबूती देगी तथा भविष्य की ऊर्जा आपूर्ति को सुरक्षित बनाएगी।