नया सिम खरीदना अब पहले से आसान, ऑनलाइन हो जाएगी KYC की प्रक्रिया
अगर आप नया सिम खरीदना चाहते हैं या फिर मौजूदा प्रीपेड कनेक्शन को पोस्टपेड में बदलना है तो अब लंबी प्रकिया से नहीं गुजरना होगा। यूजर्स घर बैठे नए सिम के लिए 'नो योर कस्टमर' (KYC) की प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। मिनिस्टर ऑफ कम्युनिकेशंस अश्विनी वैष्णव ने एक ट्वीट में बताया है कि यूजर्स के लिए अब KYC की प्रक्रिया कॉन्टैक्टैक्टलेस, सुरक्षित और पेपरलेस होगी। इस तरह ग्राहक को अपने ID कार्ड्स की हार्ड-कॉपी के साथ कहीं जाना नहीं पड़ेगा।
आधार कार्ड की मदद से पूरी होगी प्रक्रिया
ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT) से जुड़ा एक पोस्टर शेयर किया, जिसमें बताया गया है कि KYC प्रक्रिया आधार की मदद से आसानी से पूरी की जाएगी। ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए इस पूरी प्रक्रिया को आसान और इलेक्ट्रॉनिक कर दिया गया है। इसके अलावा यूनीक आइडेंटिफिकेशन डिपार्टमेंट ऑफ इंडिया (UIDAI) की ओर से ई-KYC रेट घटाकर अब केवल एक रुपये कर दिया गया है। नई डिजिटल प्रक्रिया के साथ वक्त की भी बचत होगी।
ऐसे काम करेगी नई KYC व्यवस्था
अगर किसी ग्राहक को नए सिम कार्ड के लिए अप्लाई करना है तो अब उसे नया कनेक्शन लेने के लिए नजदीकी रीटेल स्टोर तक नहीं जाना होगा। ग्राहक सेल्फ-KYC लेने के बाद मोबाइल कनेक्शन के लिए ऑनलाइन ही अप्लाई कर पाएंगे और सिम कार्ड उनके घर डिलीवर कर दिया जाएगा। इस दौरान UIDAI और डिजिलॉकर के साथ उनके डॉक्यूमेंट्स इलेक्ट्रॉनिक तरीके से वेरिफाइ किए जाएंगे। डिपार्टमेंट ने भरोसा दिलाया है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और भरोसेमंद है।
डिजिलॉकर में सेव कर सकते हैं अपने डॉक्यूमेंट्स
भारत सरकार साल 2015 में डिजिलॉकर सेवा लेकर आई थी। इस प्लेटफॉर्म पर यूजर्स अपने डॉक्यूमेंट्स स्टोर और वेरिफाइ कर सकते हैं। पेपरलेस गवर्नेंस को बढ़ावा देते हुए सरकार ने फिजिकल दस्तावेजों के मुकाबले इन्हें भी डिजिटली सर्टिफाइड विकल्प माना था। डिजिलॉकर के साथ वर्चुअल डॉक्यूमेंट्स ऐक्सेस करने के अलावा यूजर्स पैन कार्ड, वोटर ID और पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स स्टोर कर सकते हैं। इसे वेबसाइट या फिर स्मार्टफोन ऐप की तरह ऐक्सेस किया जा सकता है।
पोस्टपेड और प्रीपेड बदलाव करना भी आसान
यूजर्स अब OTP की मदद से पोस्टेड सिम को प्रीपेड या फिर प्रीपेड सिम को पोस्टपेड में बदल पाएंगे। टेलिकॉम सेक्टर में हो रहे बदलावों को लेकर डिपार्टमेंट ने कहा कि ऐसा करने के लिए दोबारा KYC की जरूरत नहीं पड़ेगी। अश्विनी वैष्णव ने कहा, "सारे KYC को डिजिटाइज्ड किया जा रहा है और अब से फॉर्म-पेपरवर्क की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा प्रीपेड से पोस्टपेड या पोस्टपेड से प्रीपेड कनेक्शन बदलने के लिए दोबारा KYC की जरूरत नहीं होगी।"
ऐसे लें आधार कार्ड से लिंक नंबरों की जानकारी
बीते दिनों TAFCOP ने यूजर्स को खास आधार कार्ड फीचर दिया, जिससे पता किया जा सकता है कि कितने फोन नंबर किसी एक यूजर की ID से रजिस्टर्ड हैं। यह पता करने के लिए आपको TAFCOP की वेबसाइट पर जाना होगा और वहां दिख रहे बॉक्स में आधार नंबर एंटर करना होगा। इसके बाद आपसे OTP वैलिडेशन के लिए पूछा जाएगा और दिख जाएगा कि आपके आधार कार्ड से कितने नंबर लिंक हैं।