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AI से बने वीडियो की पहचान कर सकेगा जेमिनी, आया नया फीचर 
AI से बने वीडियो की पहचान कर सकेगा जेमिनी

AI से बने वीडियो की पहचान कर सकेगा जेमिनी, आया नया फीचर 

Dec 19, 2025
05:45 pm

क्या है खबर?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बने नकली वीडियो तेजी से फैल रहे हैं, जिससे असली और नकली में फर्क करना मुश्किल हो गया है। इसी समस्या से राहत देने के लिए गूगल ने जेमिनी ऐप में एक नया फीचर जोड़ा है। इस फीचर की मदद से यूजर यह जान सकते हैं कि कोई वीडियो गूगल के AI टूल्स से बनाया या एडिट किया गया है या नहीं। यह कदम कंटेंट ट्रांसपेरेंसी बढ़ाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

उपयोग

कैसे करें इस फीचर का उपयोग?

जेमिनी ऐप में वीडियो वेरिफाई करने की प्रक्रिया काफी आसान है। यूजर को बस ऐप में वीडियो अपलोड करना होता है और सवाल पूछना होता है कि क्या यह वीडियो गूगल AI से बना है। इसके बाद जेमिनी वीडियो में मौजूद सिंथID नाम के डिजिटल मार्कर की जांच करता है। यह मार्कर गूगल के AI टूल्स से बने कंटेंट में छिपा होता है और आम यूजर को दिखाई नहीं देता।

 सीमाएं 

सीमाएं भी जानना जरूरी?

जेमिनी वीडियो के विजुअल और ऑडियो दोनों हिस्सों को स्कैन कर साफ जवाब देता है कि AI का इस्तेमाल हुआ है या नहीं। यह फीचर 100 MB तक और 90 सेकंड तक के वीडियो पर काम करता है। गूगल का कहना है कि यह सुविधा सभी देशों और भाषाओं में उपलब्ध है। फिलहाल यह सिर्फ गूगल AI से बने कंटेंट को पहचानता है, लेकिन यह डीपफेक से निपटने की दिशा में अहम कदम है।

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