
गैलेक्सआई 2026 में लॉन्च करेगी देश का सबसे बड़ा निजी उपग्रह, जानिए क्या है इसकी खासियत
क्या है खबर?
बेंगलुरु की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी स्टार्टअप गैलेक्सआई 2026 की पहली तिमाही में अपना पहला कमर्शियल उपग्रह 'दृष्टि' लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। यह भारत के निजी अंतरिक्ष उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी। यह एक निजी भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित अपनी तरह का सबसे बड़ा उपग्रह होगा। कंपनी के सह संस्थापक और CEO सुयश सिंह ने बताया, "अंतरिक्ष में जाने का यह सही समय है।" उन्होंने उपग्रह को लॉन्च स्लॉट मिलने की पुष्टि भी की है।
तकनीक
उपग्रह में शामिल की है यह तकनीक
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, 160 किलोग्राम के इस उपग्रह को स्पेस-X मिशन के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा। इस उपग्रह में गैलेक्सआई की स्वामित्व वाली सिंकफ्यूज्ड ऑप्टोएसएआर इमेजिंग तकनीक होगी, जो ऑप्टिकल और सिंथेटिक अपर्चर रडार (SAR) डाटा को एक ही प्लेटफॉर्म पर सिंक्रोनस रूप से जोड़ती है। ऐसा दावा किया गया है कि यह विश्व स्तर पर अपनी तरह की पहली तकनीक है। SAR बादलों को भेद सकता है और अंधेरे में काम कर सकता है।
उपयोग
उपग्रह का क्या होगा उपयोग?
यह उपग्रह सीमाओं की निगरानी, आपदा प्रबंधन, रक्षा, यूटिलिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर की निगरानी, कृषि के साथ-साथ वित्तीय और बीमा मूल्यांकन सहित विभिन्न एप्लिकेशंस में उन्नत भू-स्थानिक विश्लेषण करने में सक्षम बनाएगा। इससे वास्तविक समय में पर्यावरणीय और संरचनात्मक जानकारी प्राप्त होगी। लगभग 1 घन मीटर आकार का दृष्टि उपग्रह के बीच में 3.5-मीटर का एंटीना लगा हुआ है, जो 1.5-मीटर रिजॉल्यूशन पर इमेज प्रदान करेगा। गैलेक्सआई के लगभग 500 हवाई उड़ानों के माध्यम से व्यापक परीक्षण किए हैं।