
गगनयान: ISRO का AI रोबोट व्योममित्र इस साल जाएगा अंतरिक्ष, जानिए क्या करेगा
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) इस साल के अंत में गगनयान G-1 नाम का मानवरहित अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। इस मिशन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से चलने वाला उन्नत रोबोट व्योममित्र अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। यह गगनयान की पहली महत्वपूर्ण परीक्षण उड़ान होगी, जिसमें इंसान की जगह विशेष रूप से बनाया गया रोबोट शामिल होगा। ISRO प्रमुख वी नारायणन ने बताया कि सफलता मिलने के बाद अगले साल 2 और मानवरहित उड़ानें भी आयोजित की जाएंगी।
डिजाइन
व्योममित्र का नाम और डिजाइन
व्योममित्र नाम 2 संस्कृत शब्दों 'व्योम' और 'मित्र' से बना है, जिनका अर्थ क्रमशः अंतरिक्ष और दोस्त है। इसे ISRO की जड़त्वीय प्रणाली इकाई (IISU) ने तैयार किया है। इसका सिर, धड़ और भुजाएं हैं, लेकिन पैर नहीं हैं, जिससे यह हल्का और अंतरिक्ष की सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण स्थितियों के लिए उपयुक्त है। रोबोट का सिर केवल 200 मिमी × 200 मिमी आकार का है और वजन लगभग 800 ग्राम है।
क्षमताएं
विशेषताएं और क्षमताएं
व्योममित्र रोबोट में स्मार्ट AI तकनीक शामिल है, जिससे यह इंसानों की तरह सोच सकता है और प्रतिक्रिया दे सकता है। यह हिंदी और अंग्रेजी दोनों में बातचीत कर सकता है। रोबोट डिस्प्ले पढ़ने, कमांड देने, स्विच दबाने और जरूरी सिस्टम को संचालित करने में सक्षम है। मिशन के दौरान यह अंतरिक्ष यान की उड़ान प्रक्रियाओं का अध्ययन करेगा और वायु दाब, तापमान सहित कई पर्यावरणीय आंकड़ों की निगरानी करेगा।
योजना
भविष्य की योजना
गगनयान G-1 मिशन की सफलता के बाद ISRO ने 2027 की पहली तिमाही तक भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने का लक्ष्य रखा है। गगनयात्री दल का चयन हो चुका है और उनका प्रशिक्षण भी पूरा हो गया है। ISRO प्रमुख ने बताया कि सभी तैयारियां लगभग पूरी हैं। व्योममित्र का यह मिशन भविष्य में होने वाली मानवयुक्त उड़ानों के लिए तकनीकी और सुरक्षा परीक्षण का महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।