
आसमान में दिखेगा 'फ्लावर मून' का नजारा, कब और कैसे देखें इसे?
क्या है खबर?
खगोलीय घटनाओं में रुचि रखने वाले लोगों के लिए आज (12 मई) का दिन काफी खास है, क्योंकि आज रात आसमान में 'फ्लावर मून' का नजारा देखने को मिलेगा।
यह तब होता है जब चंद्रमा सूर्य से पृथ्वी की ठीक विपरीत दिशा में होता है और उसका पूरा हिस्सा सूर्य के प्रकाश से चमक उठता है।
यह दृश्य आसमान को खास बना देता है और इसे नंगी आंखों से देखना आसान होता है, इसलिए यह सबका ध्यान खींचता है।
वजह
फूलों का यहां क्यों कहलाता है मई की पूर्णिमा?
मई महीने की पूर्णिमा को 'फ्लावर मून' इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इस समय उत्तरी गोलार्ध में कई तरह के जंगली फूल अपने पूरे यौवन पर होते हैं। एनीमोन, ल्यूपिन, ब्लूबेल्स और वायलेट जैसे फूल इसी महीने खिलते हैं।
यह नाम उत्तरी अमेरिका के अल्गोंक्विन जैसे आदिवासी समुदायों ने रखा था। उन्होंने हर साल इस समय फूलों के खिलने और पूर्णिमा के मेल को देखा, जिसके चलते इसे 'फ्लावर मून' नाम दिया गया।
समय
कब और कैसे देखें यह खास खगोलीय दृश्य?
भारत में यह खगोलीय घटना रात 10:30 बजे चरम पर होगी, जब चंद्रमा पूरी चमक के साथ दिखाई देगा।
इसे खुले आसमान में पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर देखा जा सकता है। चंद्रोदय के ठीक बाद चांद का रंग हल्का नारंगी या पीला नजर आ सकता है, जो एक खास दृश्य देता है।
इसे देखने के लिए ऐसी जगह चुनें, जहां आसमान साफ हो और कृत्रिम रोशनी कम हो, ताकि यह पूर्णिमा अच्छी तरह से देखी जा सके।