नए IT नियमों के हिसाब से फेसबुक ने हटाए तीन करोड़ पोस्ट, सौंपी कंप्लायंस रिपोर्ट
क्या है खबर?
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने इसकी पहली कंप्लायंस रिपोर्ट पब्लिश की है और जानकारी दी है कि कितनी पोस्ट्स पर कार्रवाई की गई।
फेसबुक ने यह रिपोर्ट बीते दिनों प्रभाव में आए इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी रूल्स के रूल 4(1) के हिसाब से तैयार की है।
प्लेटफॉर्म ने भारत में फेसबुक और इंस्टाग्राम कंटेंट पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी है।
फेसबुक के अलावा गूगल और कू जैसे प्लेटफॉर्म्स ने भी अपनी पहली कंप्लायंस रिपोर्ट पब्लिश की है।
रिपोर्ट
नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई
कंप्लायंस रिपोर्ट में फेसबुक ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले यूजर्स के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई।
फेसबुक ने दो मेट्रिक्स के बारे में जानकारी दी है, जिनमें से पहले में वह कंटेंट शामिल है, जिसपर ऐक्शन लिया गया है।
इसमें उन कंटेंट्स (जैसे- पोस्ट्स, फोटोज, वीडियोज या कॉमेंट्स) की संख्या शामिल है, जिनके खिलाफ ऐक्शन लिया गया है।
वहीं, दूसरा मेट्रिक 'प्रोएक्टिव रेट' का है, जो दिखाता है कि कंपनी ने कितनी पोस्ट्स को खुद फ्लैग किया।
प्रभाव
विवादित पोस्ट्स पर की गई कार्रवाई
कंप्लायंस रिपोर्ट में फेसबुक ने 15 मई से 15 जून के बीच फ्लैग किए गए या हटाए गए पोस्ट्स की जानकारी दी है।
फेसबुक ने बताया कि इसने कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन करने वाले पोस्ट्स के खिलाफ कार्रवाई की है।
कंपनी इन्हें पॉलिसी एरिया कहती है और खुद अपनी ओर से बिना यूजर्स की ओर से रिपोर्ट किए भी आपत्तिजनक पोस्ट्स को फ्लैग करती है।
यह दिखाता है कि फेसबुक कितने प्रभावी रूप से आपत्तिजनक पोस्ट्स पर ऐक्शन लेती है।
डाटा
करीब 99.9 प्रतिशत रहा प्रोएक्टिव रेट
फेसबुक ने एक महीने के अंदर करीब तीन करोड़ स्पैम पोस्ट्स के खिलाफ कार्रवाई की और इसका प्रोएक्टिव रेट लगभग 99.9 प्रतिशत रहा।
कंपनी ने इतने ही प्रोऐक्टिव रेट के साथ 25 लाख हिंसक और ग्राफिक कंटेंट पर भी कार्रवाई की।
फेसबुक ने बताया कि एडल्ट न्यूडिटी और सेक्सुअल ऐक्टिविटी से से जुड़े 18 लाख पोस्ट्स भी 99.6 प्रतिशत प्रोएक्टिव रेट के साथ हटाए गए हैं।
बाकी कैटेगरीज में हेट स्पीच, बुलीइंग और हरासमेंट शामिल हैं।
इंस्टाग्राम
सबसे ज्यादा सेल्फ-इंजरी से जुड़े पोस्ट्स हटे
फेसबुक फैमिली की फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम पर सबसे ज्यादा उल्लंघन के मामले सेल्फ-इंजरी और सुसाइड से जुड़े थे।
कंपनी ने एक महीने के अंदर 6,99,000 पोस्ट्स के खिलाफ ऐक्शन लिया और इसका प्रोएक्टिव रेट 99.8 प्रतिशत रहा।
दूसरी हिंसक और ग्राफिक कंटेंट से जुड़ी कैटेगरी के 6,68,000 से ज्यादा पोस्ट्स 99.7 प्रतिशत प्रोएक्टिव रेट के साथ हटाए गए।
वहीं, एडल्ट न्यूडिटी और सेक्सुअल ऐक्टिविटी से जुड़े 4,90,000 से ज्यादा पोस्ट्स इंस्टाग्राम से हटाए गए।
जानकारी
इंस्टाग्राम पर बुलीइंग और हेट स्पीच के मामले
इंस्टाग्राम से हटाए गए 1,08,000 पोस्ट्स बुलीइंग और हरासमेंट कैटेगरी से जुड़े थे। वहीं, हेट स्पीच कैटेगरी से जुड़े उल्लंघन के 53,000 मामले एक महीने के अंदर सामने आए। साथ ही फेसबुक इंस्टाग्राम पर 'स्पैम' मार्क करने के लिए मेट्रिक तैयार कर रही है।
प्लेटफॉर्म्स
कू और गूगल ने भी पब्लिश कीं रिपोर्ट्स
भारतीय सोशल मीडिया कंपनी कू ने सबसे पहले अपनी कंप्लायंस रिपोर्ट पब्लिश की।
कू ने बताया कि जून, 2021 में 5,501 पोस्ट्स रिपोर्ट की गईं, जिनमें से 22.7 प्रतिशत (1,253) को हटा दिया गया।
कू ने बताया कि उसने 54,235 पोस्ट्स को नियंत्रित किया है।
इसके अलावा गूगल ने बताया कि उसे 1 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच 27,762 शिकायतें मिलीं, जिनमें से करीब 96 प्रतिशत (26,707) कॉपीराइट के मामलों से जुड़ी थीं।