फेसबुक ग्रुप में अब एकसाथ प्रार्थना कर सकेंगे यूजर्स, कंपनी लाई नया 'प्रेयर टूल'
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर यूजर्स को अपने विचार, फोटो और वीडियो शेयर करने का विकल्प तो मिलता ही है, अब प्रार्थना करने का नया विकल्प दिया गया है। फेसबुक ने नया प्रेयर रिक्वेस्ट फीचर रोलआउट का है, जो टूल कुछ रिलीजियल लीडर्स और बाकी यूजर्स को उनसे जुड़े लोगों के साथ मिलकर ऑनलाइन प्रार्थना करने का विकल्प देगा। हालांकि, नए फीचर को लेकर कई यूजर्स ने चिंता जताई है और कहा है कि ये बेवजह का फीचर है।
फेसबुक ग्रुप्स का हिस्सा बना फीचर
फेसबुक ने नए फीचर को ग्रुप्स का हिस्सा बनाया है और इससे जुड़े कंट्रोल्स एडमिन्स के पास होंगे। ग्रुप मेंबर्स किसी के बीमार होने पर, जॉब इंटरव्यू से पहले और छोटी-बड़ी चुनौतियां आने पर बाकी मेंबर्स से साथ मिलकर प्रार्थना करने को कह सकते हैं। ग्रुप में ऐसी पोस्ट क्रिएट करने के बाद दूसरे यूजर्स 'आई प्रेड' बटन पर टैप कर सकते हैं। इसके अलावा लाइक और दूसरे रिऐक्शंस भी दिए जा सकते हैं।
चुन सकेंगे प्रार्थना का आइकन
फेसबुक ग्रुप्स में एडमिन इस फीचर को मेंबर्स के लिए इनेबल या डिसेबल कर सकेंगे। मेंबर्स कोई पोस्ट करते वक्त दूसरों से प्रार्थना करने के लिए कह सकेंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने प्रार्थना करने से जुड़े दो आइकन्स में से चुनने का विकल्प दिया है।
बीते दिनों दी थी जानकारी
लंबे वक्त से चल रही थी टेस्टिंग
फेसबुक इस फीचर की टेस्टिंग दिसंबर महीने से ही अमेरिका में कर रही थी। कंपनी स्पोक्सपर्सन का कहना है कि प्लेटफॉर्म पर इस फीचर का मकसद फेथ कम्युनिटीज को दिए जा रहे सपोर्ट को बढ़ावा देना है। स्पोक्सपर्सन ने कहा, "कोविड-19 महामारी के दौरान हमने कई धार्मिक समुदायों को आपस में जुड़ने के लिए फेसबुक का इस्तेमाल करते देखा और अब अब इन्हें सपोर्ट करने के लिए नए टूल्स लाने का काम कर रहे हैं।"
धार्मिक नेताओं ने किया फीचर का स्वागत
साउदर्न बाप्टिस्ट मेगाचर्च के रॉबर्ट जेफरस उन धार्मिक नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने नए फीचर का स्वागत किया है। रॉबर्ट ने कहा, "फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स लगातार ईश्वर में विश्वास रखने वालों को जोड़ने का जरिया बने और खासकर महामारी के दौरान इनका इस्तेमाल बढ़ा।" उन्होंने कहा, "किसी टूल का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन मैं इस तरह के बदलाव का स्वागत करता हूं, जो जरूरत होने पर लोगों को प्रार्थना करने के लिए प्रेरित करे।"
कई यूजर्स नए फीचर से नाखुश
कुछ धार्मिक नेता जहां फीचर को लेकर सकारात्मक रवैया अपना रहे हैं, वहीं बाकियों के लिए यह नाराजगी की वजह बन रहा है। कई यूजर्स का कहना है कि इस टूल का मजाक की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है और सोशल मीडिया प्रार्थना करने के लिए सही जगह नहीं है। अमेरिकी धार्मिक समूह से जुड़े जैकी किंग ने कहा, "लोग घरों से निकलकर चर्च तक जाने के बजाय ऐसे फीचर्स का इस्तेमाल कर सोशल मीडिया तक सीमित रह जाएंगे।"