
EU ने AI के लिए रिलायंस-मेटा के 855 करोड़ रुपये के संयुक्त उद्यम को दी मंजूरी
क्या है खबर?
रिलायंस इंडस्ट्रीज और मेटा के संयुक्त उद्यम को यूरोपीय संघ (EU) से मंजूरी मिल गई है। ET नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, यह साझेदारी 10 करोड़ डॉलर यानी लगभग 855 करोड़ रुपये के निवेश से शुरू होगी। इसमें रिलायंस की 70 प्रतिशत और मेटा की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। इस उद्यम का उद्देश्य भारत समेत विभिन्न उद्योगों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेवाएं और टूल उपलब्ध कराना है, ताकि कंपनियां अपने काम को तेज और आसान बना सकें।
काम
काम करने का तरीका
रिलायंस और मेटा का यह नया उद्यम 2 मुख्य सेवाएं देगा। इसमें पहला, कंपनियों को जनरेटिव AI मॉडल को अपनी जरूरत के अनुसार तैयार करने और इस्तेमाल करने के लिए एक एंटरप्राइज AI प्लेटफॉर्म मिलेगा। दूसरा, बिक्री, मार्केटिंग, IT संचालन, ग्राहक सेवा और वित्त जैसे क्षेत्रों के लिए पहले से तैयार खास समाधान मिलेंगे। इन सभी सेवाओं में मेटा का ओपन-सोर्स लामा मॉडल और रिलायंस का बड़ा व्यापारिक नेटवर्क उपयोग होगा।
योजना
तकनीकी और तैनाती योजना
रिलायंस ने बताया कि मेटा लामा आधारित AI मॉडल बनाने में तकनीकी मदद करेगा, जबकि रिलायंस अपने डिजिटल ढांचे और भारतीय व्यवसायों तक पहुंच का लाभ देगा। ये समाधान क्लाउड, हाइब्रिड और ऑन-प्रिमाइसेस इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम करेंगे। इसका मकसद कंपनियों का खर्च कम करना और AI तकनीक को आसानी से उपलब्ध कराना है। यह सहयोग भारतीय छोटे और बड़े उद्यमों के लिए आधुनिक AI सेवाएं सुलभ बनाने में मदद करेगा।