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एलन मस्क की न्यूरालिंक अक्टूबर में कर सकती है ब्रेन स्पीच परीक्षण, क्या होगा लाभ? 
न्यूरालिंक अक्टूबर में कर सकती है ब्रेन स्पीच परीक्षण

एलन मस्क की न्यूरालिंक अक्टूबर में कर सकती है ब्रेन स्पीच परीक्षण, क्या होगा लाभ? 

Sep 20, 2025
09:38 am

क्या है खबर?

एलन मस्क की ब्रेन चिप बनाने वाली कंपनी न्यूरालिंक अगले महीने एक अहम परीक्षण करने वाली है। यह क्लिनिकल अध्ययन अमेरिका में होगा और इसमें दिमाग में लगाए जाने वाले इम्प्लांट से विचारों को सीधे टेक्स्ट में बदलने की तकनीक का इस्तेमाल होगा। यह परीक्षण अमेरिकी FDA की जांच उपकरण छूट के तहत होगा। कंपनी के अध्यक्ष डीजे सेओ का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति कुछ कहने की कल्पना करता है, तो यह तकनीक उस विचार को पहचान सकेगी।

लाभ

क्या होगा इस तकनीक का लाभ?

यह तकनीक वाणी बाधित लोगों को विचारों से कंप्यूटर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। मरीज वर्चुअल कीबोर्ड के जरिये बिना बोले मैसेज भेज पाएंगे। मरीज के स्पीच कॉर्टेक्स से सीधे विचारों को समझने से काम तेज होगा और बीच के उपकरणों की जरूरत कम होगी। इससे संवाद आसान होगा और गंभीर रूप से विकलांग लोग अपने विचार तेजी से साझा कर सकेंगे। यह तकनीक उन्हें रोजमर्रा के काम में नई आजादी दे सकती है।

 योजनाएं 

आगे की योजनाएं क्या हैं?

न्यूरालिंक पहले से अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात में 5 परीक्षण कर चुकी है। कंपनी का मानना है कि आने वाले 3 से 4 साल में स्वस्थ लोग भी यह ब्रेन चिप ले सकते हैं। डीजे सेओ ने बताया कि नई AI तकनीक के साथ विचारों की गति से बात करना संभव हो सकता है, यहां तक कि बोलने की गति से भी तेज। जानकारी को सीधे एयरपॉड्स जैसे उपकरणों में वापस भेजना भी संभव हो सकता है।

बहस 

चिंताएं और बहस 

यह तकनीक रोमांचक है, लेकिन कई लोग इससे जुड़े खतरों को लेकर चिंतित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि तकनीक पर अत्यधिक निर्भरता खतरनाक साबित हो सकती है। स्मार्टफोन की लत और सोशल मीडिया एल्गोरिदम पहले ही इसके संकेत दे चुके हैं। मस्तिष्क प्रत्यारोपण से गोपनीयता और मानव स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल उठ सकते हैं। मस्क की राजनीतिक सोच को देखते हुए लोग सावधानी की मांग कर रहे हैं, ताकि यह तकनीक सिर्फ जरूरतमंदों की मदद तक सीमित रहे।