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फिशिंग ईमेल के जरिए बढ़ रही साइबर ठगी, जानिए कैसे रहें सुरक्षित
फिशिंग ईमेल के जरिए बढ़ रही साइबर ठगी (तस्वीर: फ्रीपिक)

फिशिंग ईमेल के जरिए बढ़ रही साइबर ठगी, जानिए कैसे रहें सुरक्षित

Sep 01, 2025
08:45 am

क्या है खबर?

आजकल फिशिंग ईमेल के जरिए साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग ऐसे ईमेल भेजते हैं जो देखने में बिल्कुल असली कंपनी या बैंक के मेल जैसे लगते हैं। लोग इन पर भरोसा करके लिंक पर क्लिक कर देते हैं और अपनी निजी जानकारी साझा कर बैठते हैं। इसके बाद ठग आसानी से उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं या हासिल किए हुए डाटा का किसी और तरह गलत इस्तेमाल करने लगते हैं।

फिशिंग

फिशिंग ईमेल कैसे करता है काम? 

फिशिंग ईमेल में आमतौर पर नकली लिंक, फर्जी ऑफर या बैंक अपडेट का मैसेज होता है। जब यूजर इन लिंक पर क्लिक करता है तो वह नकली वेबसाइट पर पहुंच जाता है। वहां वह पासवर्ड, कार्ड डिटेल या OTP डाल देता है। यह जानकारी सीधे ठगों तक पहुंच जाती है। इस तरह आसानी से साइबर जालसाज लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं या उनकी पहचान का दुरुपयोग करते हैं।

उपाय 

फिशिंग से बचने के उपाय 

ऐसे ईमेल से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि किसी भी अनजान मेल में आए लिंक पर क्लिक न करें। बैंक और सरकारी संस्थान कभी भी ईमेल या संदेश में पासवर्ड और OTP नहीं मांगते। इसलिए ऐसे मेल को तुरंत डिलीट कर देना चाहिए और दूसरों को भी बताना चाहिए। अगर कोई ऑफर या इनाम का लालच दे रहा हो, तो उसकी सच्चाई अलग से वेबसाइट या हेल्पलाइन पर जांच लेना हमेशा जरूरी है।

अन्य उपाय 

सुरक्षित रहने के तरीके

फिशिंग से बचाव के लिए मोबाइल और कंप्यूटर में हमेशा एंटीवायरस और सुरक्षा अपडेट रखना चाहिए। ईमेल ID और पासवर्ड को मजबूत रखें और समय-समय पर बदलते रहें। संदिग्ध मेल को तुरंत रिपोर्ट करें और दूसरों को भी सावधान करें, ताकि नुकसान न फैले। इसके साथ ही, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का इस्तेमाल करें। यह कदम आपके अकाउंट को ठगों से काफी हद तक सुरक्षित बना सकता है और डेटा चोरी रोकने में मदद करता है।