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AI के दौर में बढ़ गए हैं साइबर अपराध के ये खतरे, जानें कैसे रहें सुरक्षित
AI के दौर में बढ़ गए साइबर अपराध के खतरे (तस्वीर: पिक्साबे)

AI के दौर में बढ़ गए हैं साइबर अपराध के ये खतरे, जानें कैसे रहें सुरक्षित

Aug 28, 2025
08:29 pm

क्या है खबर?

आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से हर क्षेत्र में इस्तेमाल हो रहा है। इससे जहां काम आसान हो रहे हैं, वहीं साइबर अपराध का खतरा भी तेजी से बढ़ा है। अपराधी AI की मदद से पहले से ज्यादा चालाक और तकनीकी हो गए हैं। ऐसे में लोगों के लिए सावधान रहना और अपनी डिजिटल सुरक्षा मजबूत करना बहुत जरूरी हो गया है। आइए जानें किन तरीकों से सुरक्षित रहा जा सकता है।

#1

फिशिंग और नकली पहचान का खतरा

AI से अपराधी ऐसे ईमेल, मैसेज और वेबसाइट बनाते हैं जो असली जैसे दिखते हैं, जिसे फिशिंग कहा जाता है। लोग गलती से इन पर क्लिक कर अपनी निजी जानकारी साझा कर देते हैं। AI का इस्तेमाल करके अपराधी अब किसी की आवाज या चेहरा भी कॉपी कर लेते हैं। इस तरीके से वे परिवार या दोस्तों के नाम पर कॉल करके पैसे ऐंठने में सफल हो रहे हैं, जिससे लोगों को भारी आर्थिक नुकसान होता है।

#2

हैकिंग और डाटा चोरी की समस्या

AI से अब हैकिंग के तरीके और ज्यादा खतरनाक हो गए हैं। अपराधी कंप्यूटर, फोन और बैंकिंग सिस्टम में सेंध लगाकर डाटा चुरा रहे हैं। कई बार बड़े संस्थानों के रिकॉर्ड चोरी हो जाते हैं और आम लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो जाते हैं। चोरी हुए डाटा का इस्तेमाल ब्लैकमेलिंग, ठगी और गलत कामों के लिए किया जाता है। इससे व्यक्तिगत नुकसान के साथ-साथ संस्थाओं की साख पर भी असर पड़ता है।

#3

सतर्कता से बच सकते हैं खतरे से

साइबर अपराध से बचने का सबसे पहला तरीका सतर्कता है। किसी अनजान लिंक या ईमेल पर तुरंत क्लिक न करें। पासवर्ड हमेशा मजबूत और अलग-अलग रखें और समय-समय पर उन्हें बदलते रहना चाहिए। मोबाइल और कंप्यूटर में अपडेटेड एंटीवायरस सॉफ्टवेयर लगाना जरूरी है। बैंक से जुड़ी किसी भी जानकारी को सिर्फ आधिकारिक और भरोसेमंद ऐप व वेबसाइट पर ही इस्तेमाल करें। इन छोटे-छोटे कदमों से बड़ा नुकसान समय रहते आसानी से रोका जा सकता है।

#4

जागरूक रहना है जरूरी

ऑनलाइन गतिविधियों में थोड़ी सी लापरवाही बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। अपनी निजी जानकारी कभी भी सोशल मीडिया या किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें। अगर कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज आता है तो तुरंत उस पर ध्यान न दें और बैंक या संबंधित संस्था से जांच जरूर करें। बच्चों और बुजुर्गों को भी इन खतरों के बारे में जागरूक करना चाहिए ताकि वे आसानी से किसी जाल में न फंसें।