क्या पूरी आकाशगंगा को निगल सकता है ब्लैक होल?
अंतरिक्ष वैज्ञानिक लंबे समय से ब्लैक होल के बारे में अध्ययन कर रहे हैं। यह अंतरिक्ष में मौजूद एक ऐसा क्षेत्र है, जहां गुरुत्वाकर्षण खिंचाव बहुत तीव्र होता है और यहां तक कि प्रकाश या कुछ भी इससे बच नहीं सकता। इतना शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण बल होने के कारण यह आशंका जताई जाती है कि कोई ब्लैक होल बड़ा होकर कभी आकाशगंगा को भी निगल सकता है। इस बारे में अंतरिक्ष एजेंसी नासा कई अध्ययन कर चुकी है।
क्या ब्लैक होल आकाशगंगा को निगल सकता है?
ब्लैक होल को लेकर नासा काफी लंबे समय से अध्ययन कर रही है। अब तक किए गए अध्ययन में पता चला है कि ऐसी कोई संभावना नहीं है कि ब्रह्मांड में मौजूद कोई ब्लैक होल किसी पूरी आकाशगंगा को ही निगल जाए। नासा के अध्ययन के अनुसार, आकाशगंगाओं के बीच में स्थित बहुत बड़े ब्लैक होल का गुरुत्वाकर्षण बल भले ही शक्तिशाली होता है, लेकिन यह पूरी किसी आकाशगंगा को निकालने के लिए पर्याप्त नहीं है।
ब्लैक होल बनते कैसे हैं?
ब्लैक होल आमतौर पर एक विशाल तारे के अवशेषों से बनते हैं, जिसका जीवन चक्र समाप्त हो चुका होता है। जब ऐसा तारा अपना परमाणु ईंधन समाप्त कर लेता है, तो वह गुरुत्वाकर्षण को कम नहीं कर पाता है। हमारी आकाशगंगा सहित अधिकांश आकाशगंगाओं के केंद्रों में पाए जाने वाले इन ब्लैक होल का द्रव्यमान लाखों से लेकर अरबों सौर द्रव्यमान तक होता है। ये आकाशगंगाओं के निर्माण और विकास को प्रभावित करते हैं।