
अंतरिक्ष में पहली बार पृथ्वी जैसे वायुमंडल की खोज के करीब हैं खगोलविद
क्या है खबर?
अंतरिक्ष वैज्ञानिक जल्द किसी बाहरी ग्रह पर पृथ्वी जैसे वायुमंडल का पता लगा सकते हैं। नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने ट्रैपिस्ट-1 नामक ग्रहीय प्रणाली के ग्रहों का अवलोकन किया है, जो पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश वर्ष दूर है। इस प्रणाली में 7 चट्टानी ग्रह हैं, जिनमें 3 को रहने योग्य क्षेत्र में माना जाता है। खगोलविद इन ग्रहों के वायुमंडल की जांच कर रहे हैं, ताकि तरल पानी और जीवन की संभावना को समझा जा सके।
ट्रैपिस्ट-1 ई
ट्रैपिस्ट-1 ई पर ध्यान केंद्रित
विशेष रूप से वैज्ञानिकों ने चौथे ग्रह, ट्रैपिस्ट-1 ई पर ध्यान दिया है। अब तक के 4 अवलोकनों ने इस ग्रह पर हाइड्रोजन-आधारित वायुमंडल की संभावना को खारिज किया है, लेकिन अन्य प्रकार के वायुमंडल की संभावना बनी हुई है। अगर ट्रैपिस्ट-1 ई में पृथ्वी जैसा वायुमंडल है, तो यह जीवन के लिए अनुकूल हो सकता है। वैज्ञानिक इस साल के अंत तक 15 और अवलोकन करने की योजना बना रहे हैं।
चुनौतियां
वायुमंडल की संभावनाएं और चुनौतियां
ट्रैपिस्ट-1 ई आकार में पृथ्वी के समान है और अपने तारे की परिक्रमा हर 6 दिन में करता है। यह तारा बहुत छोटा है, इसलिए ग्रह इसके नजदीक हैं। खगोलविद ग्रह के सामने से तारे के प्रकाश में बदलाव देखकर वायुमंडल का पता लगाते हैं। शुरुआती अवलोकनों से पता चला कि ट्रैपिस्ट-1 ई का वायुमंडल शायद नाइट्रोजन-प्रधान हो, जो पृथ्वी और शनि के चंद्रमा टाइटन के वायुमंडल के समान है।
भविष्य
भविष्य की खोजें और संभावनाएं
अगर JWST और आगे के अवलोकन ट्रैपिस्ट-1 ई का वायुमंडल पुष्टि करते हैं, तो यह पहली बार किसी बाहरी ग्रह पर पृथ्वी जैसे वायुमंडल की खोज होगी। वैज्ञानिक जीवन से जुड़े गैसों, जैसे मीथेन, की खोज की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, परिणाम अभी अधूरे हैं, लेकिन यह खोज भविष्य में अन्य बाहरी ग्रहों और उनके वायुमंडल पर शोध के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी और जीवन की संभावनाओं को समझने में मदद करेगी।