ऐपल और गूगल ने 150 देशों के यूजर्स को किया अलर्ट, जानिए क्या मंडरा रहा खतरा
क्या है खबर?
ऐपल और गूगल ने दुनियाभर के यूजर्स के लिए खतरे का अलर्ट जारी किया है। इसमें चेतावनी दी है कि हैकर उनके डिवाइस को हैक करने की कोशिश कर सकते हैं। यह प्रमुख टेक कंपनियों की ओर से व्यावसायिक स्पाइवेयर और सरकार समर्थित निगरानी अभियानों के बढ़ते बाजार का मुकाबला के लिए किए गए प्रयासों का प्रतीक हैं। कंपनियों की टीमों ने पाकिस्तान, कजाकिस्तान, अंगोला, मिस्र, उज्बेकिस्तान, सऊदी अरब और ताजिकिस्तान सहित कई देशों में इस खतरे को पहचाना है।
निगरानी टूल
अमेरिका में प्रतिबंधित है यह स्पाइवेयर टूल
गूगल ने कहा कि नए पहचाने गए कई प्रयासों में इंटेलेक्सा के स्पाइवेयर टूल शामिल थे। इसे पहले भी अपनी वैश्विक निगरानी गतिविधि के लिए अमेरिका की ओर से प्रतिबंधित किया जा चुका है। किसी भी कंपनी ने यह खुलासा नहीं किया कि इन प्रयासों के पीछे कौन हो सकता है और न ही हैकिंग तकनीकों का विस्तृत विवरण दिया। ऐपल ने अब तक 150 से ज्यादा देशों के यूजर्स को अलर्ट भेजा है।
चेतावनी
कब जारी किया जाता है ऐसा अलर्ट?
कंपनी आमतौर पर ये चेतावनियां तब भेजती है, जब उसे ऐसे साक्ष्य मिलते हैं कि किसी यूजर को हैकिंग प्रयासों में निशाना बनाया गया है। इनके बारे में माना जाता है कि वे राज्य एजेंसियों या सरकारी ठेकेदारों से जुड़े हुए हैं। अमेरिका की ओर से प्रतिबंधित निगरानी तकनीक विक्रेता इंटेलेक्सा पर गूगल ने प्रतिबंधों के बावजूद काम करने का आरोप लगाया है। पहले भी इस तरह की चेतावनियों के कारण राजनीतिक और नियामक जांच हुई हैं।