एडोब फ्लैश प्लेयर की हुई छुट्टी, फौरन कर दें अनइंस्टॉल
एडोब ने अपने फ्लैश प्लेयर सॉफ्टवेयर को 31 दिसंबर, 2020 से बंद कर दिया है। इस फ्लैश प्लेयर के लिए सपोर्ट खत्म होने का मतलब है कि इसे सभी ब्राउजर्स से हटा दिया जाएगा। हालांकि, यह सॉफ्टवेयर 12 जनवरी, 2020 तक ब्लॉक नहीं होगा। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि इस फ्लैश प्लेयर को ज्यादातर विंडोज वर्जन्स से हटा लिया गया है। फ्लैश बेस्ड गेम्स और एनिमेशंस ऑफर करने वाली वेबसाइट्स से भी फ्लैश प्लेयर हटा दिया जाएगा।
एडोब ने यूजर्स से ऐसा करने को कहा
एडोब ने खुद यूजर्स से कहा है कि वे अपने सिस्टम्स से फ्लैश प्लेयर अनइंस्टॉल कर दें। कंपनी ने कहा, "फ्लैश प्लेयर अनइंस्टॉल करना आपके सिस्टम को सुरक्षित बनाएगा क्योंकि एडोब आने वाले दिनों में इस सॉफ्टवेयर को अपडेट्स नहीं देगी।" अपने सिस्टम के कंट्रोल पैनल में जाकर देखें कि एडोब फ्लैश प्लेयर इंस्टॉल तो नहीं है और अगर हो तो उसे अनइंस्टॉल कर दीजिए। अगर फ्लैश ब्राउजर में इंस्टॉल है तो उसे अनइंस्टॉल करने की अलग प्रक्रिया है।
इस टूल से चेक करें एडोब फ्लैश प्लेयर
गूगल क्रोम जैसे इंटरनेट ब्राउजर्स अपने यूजर्स को लंबे वक्त से फ्लैश को अनइंस्टॉल करने की सलाह दे रहे हैं और अलर्ट्स दिखा रहे हैं। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट एज और गूगल क्रोम नया अपडेट देकर भी फ्लैश प्लेयर को हटा सकते हैं। सिस्टम में फ्लैश प्लेयर इंस्टॉल है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए एडोब ने ऑनलाइन टूल तैयार किया है। आपको फ्लैश प्लेयर हेल्प पेज पर जाकर पता चल जाएगा कि आपके सिस्टम में फ्लैश इंस्टॉल है या नहीं।
क्या काम करता था फ्लैश प्लेयर?
साल 1996 में लॉन्च किए गए एडोब फ्लैश प्लेयर की मदद से एनिमेशन बेस्ड कंप्यूटर गेम्स आसानी से बिना डाउनलोड किए खेले जा सकते थे। इसके अलावा कई कस्टम एनिमेशंस को देखने या फिर ऐप्लिकेशंस को ऑनलाइन इस्तेमाल करने के लिए फ्लैश प्लेयर की जरूरत पड़ती थी। फ्लैश की जरूरत तब ज्यादा थी, जब यूजर्स बड़े कंप्यूटर इस्तेमाल करते थे, अब स्मार्टफोन्स और नई टेक्नोलॉजी पर शिफ्ट होने की वजह से फ्लैश की जरूरत लगभग खत्म हो गई है।
स्टीव जॉब्स ने उठाए थे सवाल
ऐपल CEO स्टीव जॉब्स ने 2010 में फ्लैश को सुरक्षा संबंधी खतरा मानते हुए कहा था कि अब यह आईफोन्स और आईपैड्स पर काम नहीं करेगा। जॉब्स का कहना था कि इसकी वजह से ऐप्लिकेशंस तेजी से बैटरी खर्च करते हैं। जॉब्स ने कहा था, "फ्लैश को PC के वक्त तैयार किया गया था और कंपनी इसे बाकी डिवाइसेज पर पुश करना चाहती है। हालांकि, लो-पावर और टच इंटरफेस वाले डिवाइसेज के लिए फ्लैश तैयार नहीं है।"