पश्चिम बंगाल में योगी की रैली, भाजपा ने ममता से पूछा- 'हाउ इज़ द खौफ'
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पश्चिम बंगाल दौरे पर जाएंगे। योगी पुरुलिया में एक रैली को संबोधित करेंगे।
इससे दो दिन पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने योगी के हेलिकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी थी, जिसके बाद उन्होंने टेलीफोन के माध्यम से रैली को संबोधित किया था।
अब भाजपा ने सड़क मार्ग से पश्चिम बंगाल में योगी की एंट्री की योजना बनाई है।
बता दें, ममता सरकार और भाजपा में कई दिनों से खींचतान चल रही है।
यात्रा
झारखंड से पश्चिम बंगाल में जाएंगे योगी
योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि योगी लखनऊ से स्पेशल विमान के जरिए रांची जाएंगे।
रांची के बाद वे हेलिकॉप्टर से बोकारो जाएंगे और वहां से सड़क मार्ग के जरिए पश्चिम बंगाल में एंट्री करेंगे।
योगी की यात्रा की जानकारी देते हुए भाजपा के एक नेता ने कहा कि वे हेलिकॉप्टर से पुरुलिया भी जा सकते थे, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार इसकी अनुमति नहीं दे रही है। इसलिए वे सड़क से जाएंगे।
जानकारी
भाजपा ने पूछा 'हाउ इज़ द खौफ'
योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने योगी आदित्यनाथ की पश्चिम बंगाल यात्रा को लेकर ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए पूछा- 'हाउ इज़ द खौफ?' बता दें, फिल्म उरी का ऐसा एक डॉयलॉग इन दिनों काफी चर्चा में है।
रैली की अनुमति
भाजपा को नहीं मिल रही पश्चिम बंगाल में रैली की अनुमति
पश्चिम बंगाल सरकार पिछले कुछ समय से राज्य में भाजपा नेताओं की रैलियों की अनुमति नहीं दे रही है।
इसके जवाब में भाजपा ने पहले हाई कोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने राज्य सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए भाजपा की रैलियों की अनुमति नहीं दी थी।
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की धरती पर भाजपा की रैलियों से क्यों डर रही है?
वजह
क्या है ममता के डर की वजह?
असली सवाल ये है कि बंगाल की सबसे बड़ी नेता और विरोधियों से मीलों आगे ममता अपने ही गढ़ में भाजपा से इतना क्यों डर रही हैं?
दरअसल, बंगाल की राजनीतिक जमीन में इस समय वो 'खाद' मौजूद है जो भाजपा को जड़े फैलाने में मदद कर सकता है।
राज्य की 28 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या को साधने की कोशिश में ममता की छवि 'मुस्लिम तुष्टिकरण' करने वाले नेता की बनी है। जो भाजपा के लिए सहायक सिद्ध हो सकती है।
घुसपैठ का मुद्दा
बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा
राज्य में बांग्लादेश से आए 'घुसपैठियों' का मुद्दा भी बड़ा है।
भाजपा ने इसी मुद्दे को असम जैसे राज्यों में खूब भुनाया था।
पंचायत चुनाव में भी ऐसे इलाकों में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहा था, जहां स्थानीय जनसंख्या बांग्लादेश से आए लोगों को 'घुसपैठियों' की नजर से देखते हैं।
ममता को डर है कि भाजपा बंगाल में भी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (NRC) जैसा पासा फेंक कर लोगों को लुभा सकती है।
पद पर नजर
प्रधानमंत्री पद पर दावेदारी चाहती हैं ममता
भाजपा के खिलाफ ममता के इस अति-आक्रामक रैवेये का सबसे बड़ा कारण उनकी खुद की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाएं हैं जो हाल ही में हुई विपक्ष की रैली में देखने को मिली थी।
ममता राज्य में बड़ी जीत हासिल कर थर्ड फ्रंट के नेता और प्रधानमंत्री पद पर अपना दावा मजबूत करना चाहती हैं।
राज्य में भाजपा का थोड़ा सा भी विस्तार उनकी प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े करेगा और उनकी प्रधानमंत्री पद की संभावित दावेदारी पर पानी फेर देगा।