अतीक अहमद हत्याकांड: विपक्ष ने की योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग, जानिये किसने कहा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद से योगी सरकार निशाने पर है।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर हमला बोला है।
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मुख्यमंत्री योगी के इस्तीफे की मांग की है।
आइये जानते हैं कि इस हत्याकांड के बाद किस विपक्षी दल ने क्या प्रतिक्रिया दी है।
हत्याकांड
पहले अतीक अहमद हत्याकांड के बारे में जानिये
शनिवार रात को गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था।
प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के पास जैसे ही दोनों अपराधी पुलिस की गाड़ी से उतरकर मीडिया से बात करने लगे, इतने में बेहद करीब से हमलावरों ने गोली मारकर अतीक और अशरफ की हत्या कर दी।
पुलिस का कहना है कि हमलावर मीडियाकर्मी बनकर सुरक्षा घेरे के पास आए थे। पुलिस हमलावरों को पकड़कर उनसे पूछताछ कर रही है।
प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ब्रजलाल खाबरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। राज्य में कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति है, वह इस घटना से पता चलती है। यह सरकार की नाकामी है।
वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा कि अतीक ने उत्तर प्रदेश जाने पर कल्त होने का अंदेशा जताया था, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई।
उन्होंने कहा कि यह उन्हें साजिश लग रही है और इस हालात में योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए।
प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव ने कहा- भय का वातावरण बन रहा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा हो गई है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
जानकारी
जयंत चौधरी ने भी बताया जंगलराज
अतीक और अशरफ की हत्याकांड की खबर शेयर करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने पूछा कि क्या लोकतंत्र में ये संभव है? इसके साथ उन्होंने जंगलराज हैशटैग का इस्तेमाल किया।
प्रतिक्रिया
बसपा सांसद बोले- सबको मिट्टी में मिला दो
हत्याकांड के बाद प्रतिक्रिया देते हुए बसपा सांसद दानिश अली ने राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि सब को मिट्टी में मिला दो। अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या उत्तर प्रदेश में अराजकता की पराकाष्ठा है। ऊपर बैठे लोगों की मंजूरी के बिना यह संभव नहीं है। किसी दूसरे लोकतंत्र में इस तरह के जघन्य अपराध के लिए राज्य सरकार को तुरंत बर्खास्त कर दिया जाता।
जानकारी
सीताराम येचुरी ने भी उठाए सरकार पर सवाल
CPIM के महासचिव सीताराम येचुरी ने योगी सरकार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह एनकाउंटर और बुल्डोजर राज की सरकार बन गई है। राज्य के सरंक्षण के बिना मीडिया और पुलिस के सामने इस तरह की घटना संभव नहीं है।
मांग
ओवैसी ने मांगा योगी का इस्तीफा
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियां लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं। जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ़ के सिस्टम का क्या काम?'
बयान
भाजपा नेताओं ने घटना के बाद क्या कहा?
इस हत्याकांड के बाद भाजपा की तरफ से आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इसके दो नेताओं ने टिप्पणियां की हैं।
योगी सरकार में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट किया, 'पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है...'
वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने ट्विटर पर लिखा कि जो जैसा करता है, वैसा ही फल मिलता है। इसलिए हमेशा अच्छे कर्म करते रहिये।
इन टिप्पणियों को हत्याकांड पर ही प्रतिक्रिया माना जा रहा है।
परिचय
कौन था अतीक अहमद?
गैंगस्टर और पूर्व सांसद अतीक एक मामले में 2019 से अहमदाबाद की सेंट्रल जेल में बंद था, जिसे हाल ही में उत्तर प्रदेश लाया गया था।
उस पर 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे और उस पर बड़ी गैंग चलाने का आरोप था।
अतीक पर 1984 में प्रयागराज में हत्या के प्रयास में पहला मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके 5 साल बाद उसने 1989 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में इलाहाबाद पश्चिम से विधायक का पहला चुनाव जीता था।