वंदे मातरम पर बहस: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर किया पलटवार, मांगे 3 सवालों के जवाब
क्या है खबर?
संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' के 150 साल पूरे होने पर 10 घंटे की विशेष बहस शुरू हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरुआत करते हुए गीत के जन्म, महत्व और उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर भी निशाना साधते हुए तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। इसके बाद कांग्रेस ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से 3 सवालों के जवाब मांगे हैं।
सवाल
कांग्रेस ने किए ये प्रमुख सवाल?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, 'पंडित नेहरू पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन क्या प्रधानमंत्री मोदी जो इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने में माहिर हैं, इन सवालों का जवाब देंगे?' उन्होंने पहला सवाल किया, 'वह कौनसा भारतीय नेता था जिसने 1940 के दशक की शुरुआत में बंगाल में उस व्यक्ति के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी, जिसने मार्च 1940 में लाहौर में पाकिस्तान प्रस्ताव पेश किया था? जवाब: श्यामा प्रसाद मुखर्जी।'
निशाना
रमेश ने आडवाणी पर भी साधा निशाना
रमेश ने दूसरा सवाल करते हुए लिखा, 'वह कौन-से भारतीय नेता थे जिन्होंने जून 2005 में कराची में जिन्ना की खुलकर तारीफ की थी? जवाब: लाल कृष्ण आडवाणी।' उन्होंने तीसरे सवाल को लेकर लिखा, 'वह कौन-से भारतीय नेता थे जिन्होंने अपनी 2009 में प्रकाशित पुस्तक में जिन्ना की प्रशंसा की थी? जवाब: जसवंत सिंह।' बता दें कि रमेश ने ये तीनों सवाल प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा में दिए गए भाषण के बाद पूछे हैं।
आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और नेहरू पर लगाया था आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे मातरम गीत पर बहस में कहा था, "मोहम्मद अली जिन्ना ने लखनऊ में 15 अक्तूबर 1937 को वंदे मातरम नारे का विरोध किया था। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू को अपना सिंहासन डोलता दिखा। उन्होंने मुस्लिम लीग के बयानों की निंदा नहीं की। 20 अक्तूबर को नेहरू को सुभाष चंद्र बोस को चिट्ठी लिखकर जिन्ना की भावना से सहमति जताते हुए कहा कि वंदे मातरम की आनंदमठ वाली पृष्ठभूमि मुस्लिमों को चिढ़ा सकती है।"
आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर लगाया तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कांग्रेस ने 26 अक्तूबर, 1937 से कलकत्ता में आयोजित कार्यसमिति की बैठक में वंदे मातरम के उपयोग की चर्चा की बात कही थी। कांग्रेस ने वंदे मातरम पर समझौता कर लिया और वंदे मातरम के टुकड़े कर दिए।" उन्होंने कहा, "इतिहास इस बात का गवाह है कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेके और यह सब मुस्लिम लीग के दबाव में किया। कांग्रेस का तुष्टीकरण की राजनीति को साधने का यह एक तरीका था।"