अयोध्या पहुंचे उद्धव ठाकरे का ऐलान- राम मंदिर के लिए एक करोड़ रुपये देगी महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र में अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अयोध्या पहुंचे हैं। अयोध्या पहुंचने पर उन्होंने ऐलान किया कि महाराष्ट्र सरकार मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये देगी। कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ गठबंधन में सरकार चला रही शिवसेना ने उनकी इस यात्रा से पहले कहा था कि उसकी विचारधार में किसी तरह का बदलाव नहीं आया है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
जगह मिलने पर अयोध्या में बनाएंगे महाराष्ट्र भवन- उद्धव
उद्धव के साथ उनके बेेटे आदित्य भी इस यात्रा पर उनके साथ पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वो जगह मिलने पर अयोध्या में महाराष्ट्र भवन का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि वो जब भी अयोध्या आए हैं, हर बार कुछ न कुछ सफलता अपने साथ लेकर वापस महाराष्ट्र लौटे हैं। उनका अयोध्या में आरती करने का भी कार्यक्रम था, लेकिन कोरोना वायरस के खतरे के कारण यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
भाजपा से अलग हुआ, हिंदुत्व से नहीं- उद्धव
अयोध्या पहुंचे उद्धव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैं भाजपा से अलग हुआ हूं, हिंदुत्व से नहीं। भाजपा का मतलब हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व अलग है, भाजपा अलग है।"
काम से सरकार ने पैदा किया भरोसा- सामना
सामना संपादकीय में लिखा गया कि गठबंधन ने 100 दिन सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। यह उन लोगों को जबाव है जो यह कह रहे थे कि गठबंधन 100 घंटे भी नहीं चलेगा। संपादकीय में लिखा गया है, 'जिनकी सरकार 80 घंटे चली वो दावा कर रहे थे कि ठाकरे सरकार 100 घंटे चलेगी, लेकिन गठबंधन सरकार ने केवल चल रही बल्कि अपने काम से इसने लोगों के मन में भरोसा भी कायम कर लिया है।'
अलग-अलग विचारधाराओं वाली सरकार का नेतृत्व कर रहे उद्धव- सामना
संपादकीय में की गई टिप्पणी का सीधा निशाना पूर्ववर्ती देवेंद्र फड़णवीस सरकार पर था। इसमें लिखा गया है कि मुख्यमंत्री ठाकरे की अयोध्या यात्रा का स्वागत किया जाना चाहिए क्योंकि वो काम के फूल भगवान श्रीराम के चरणों में समर्पित करेंगे। संपादकीय में आगे लिखा गया है कि महाराष्ट्र में तीन अलग-अलग विचारधाराओं वाली पार्टियों की सरकार है जो संविधान के हिसाब से काम कर रही है और उद्धव ठाकरे इसका नेतृत्व कर रहे हैं।
पार्टी की विचारधारा में कोई बदलाव नहीं- सामना
अखबार में आगे लिखा गया है कि इस आधार पर ठाकरे की अयोध्या यात्रा पर कई सवाल उठाए गए थे। इसमें लिखा गया है, 'सरकार में चाहे किसी का भी समर्थन हो, लेकिन उद्धव ठाकरे और शिवसेना अंदर और बाहर से वैसी ही रहेगी। पार्टी की विचारधारा में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा। भगवान श्रीराम और हिंदुत्व किसी पार्टी की संपत्ति नहीं है।' इसका सीधा निशाना भारतीय जनता पार्टी की तरफ है।
लोकसभा चुनावों के बाद भी अयोध्या आए थे उद्धव
शनिवार से पहले दो बार उद्धव ठाकरे अयोध्या आ चुके हैं। पहली बार वो 2018 और दूसरी बार आम चुनावों के बाद 2019 में अयोध्या आए थे। जून 2019 में अपनी यात्रा पर वो छत्रपति शिवाजी के जन्मस्थान शिवनेरी किले की मिट्टी भी अपने साथ लाए थे। वहीं अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उद्धव ने कहा था कि उन्होंने अयोध्या में शक्ति महसूस की है और वो बार-बार अयोध्या जाएंगे।
मुंबई से अयोध्या पहुंची स्पेशल ट्रेन
उद्धव की यात्रा से पहले मुंबई से चलकर आई स्पेशल ट्रेन अयोध्या पहुंच चुकी है। यह ट्रेन बृहस्पतिवार की दोपहर लोकमान्य तिलक टर्मिनस से अयोध्या के लिए रवाना हुई थी। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 18 कोच वाली इस स्पेशल ट्रेन को किसी व्यक्ति विशेष ने IRCTC के जरिए मुंबई से अयोध्या और फिर वापसी के लिए बुक किया है। यह ट्रेन शनिवार को अयोध्या से वापस मुंबई के लिए रवाना होगी।