राज्यसभा चुनाव: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने छोटी पार्टियों और निर्दलीयों से संपर्क किया
इस हफ्ते होने वाले राज्यसभा चुनाव को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों से संपर्क साधा है। वे आज इन पार्टियों के नेताओं और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक करेंगे। वो आज शाम को सत्ता पर काबिज महा विकास अघाड़ी गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद कल गठबंधन के सभी विधायकों की एक बैठक बुलाई गई है और उन्हें मुंबई के एक होटल में शिफ्ट किया जा सकता है।
महाराष्ट्र में क्या हैं समीकरण?
महाराष्ट्र में कुल छह राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने हैं और हर सीट को जीतने के लिए 42 वोट चाहिए। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में सत्ता पर काबिज कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और शिवसेना के कुल 154 सांसद हैं। इनमें से शिवसेना के 56, NCP के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के पास 106 विधायक हैं। अन्य पार्टियों और निर्दलीयों के कुल 28 विधायक हैं।
छठवीं सीट के लिए होगी गठबंधन और भाजपा में टक्कर
महाराष्ट्र की छह सीटों के लिए भाजपा ने अपने तीन उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, वहीं महा विकास अघाड़ी गठबंधन ने चार उम्मीदवारों को टिकट दी है। इनमें शिवसेना के दो और कांग्रेस और NCP के एक-एक उम्मीदवार हैं। एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए 42 वोट चाहिए, ऐसे में भाजपा दो सीट आराम से जीत जाएगी, वहीं गठबंधन तीन सीटें आराम से जीत जाएगा। अंतिम सीट के लिए भाजपा के पास 22 और गठबंधन के पास 28 वोट बचेंगे।
आखिरी सीट के लिए शिवसेना और भाजपा के उम्मीदवार में मुकाबला
छठवीं राज्यसभा सीट के लिए शिवसेना के संजय पवार और भाजपा के धनंजय महादिक के बीच मुकाबला होगा। शिवसेना को अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए 14 वोट और चाहिए होंगे और इसी कारण ठाकरे छोटी पार्टियों और निर्दलीयों से संपर्क कर रहे हैं जिनके विधानसभा में 20 से अधिक वोट हैं। भाजपा को आखिरी सीट जीतने के लिए 20 वोट चाहिए। भाजपा को पहले से ही कुछ निर्दलीयों का समर्थन हासिल है, ऐसे में वह रेस में आगे है।
10 जून को राज्यसभा की 57 सीटों पर होना है चुनाव
10 जून को देश के 15 राज्यों की कुल 57 सीटों पर राज्यसभा चुनाव होने हैं। अभी इनमें से 23 सीटें भाजपा, आठ सीटें कांग्रेस और बाकी सीटें स्थानीय पार्टियों के पास हैं। इन 57 सीटों में उत्तर प्रदेश की 11, महाराष्ट्र और तमिलनाडु की छह-छह, बिहार की पांच, कर्नाटक, राजस्थान और आंध्र की चार-चार, मध्य प्रदेश और ओडिशा की तीन-तीन, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की दो-दो और उत्तराखंड की एक सीट शामिल है।