संजय राउत बोले- इस्तीफा नहीं देंगे उद्धव ठाकरे; बागी विधायकों को भेजे गए नोटिस
अपने विधायकों की बगावत झेल रही शिवसेना अब लड़ाई के मूड में आ गई है। अभी तक उद्धव ठाकरे अपने संबोधनों में मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख का पद छोड़ने की बात कहते आए हैं, लेकिन अब पार्टी का सुर बदल गया है। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि उद्धव ठाकरे इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतारने की चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी पार्टी आखिर तक लड़ाई लड़ेगी।
शिवसैनिकों की तोड़फोड़ पर क्या बोले राउत?
महाराष्ट्र में बागी विधायकों के कार्यालयों पर हो रही तोड़फोड़ से जुड़े इंडिया टुडे के एक सवाल के जवाब में राउत ने कहा, "यह शिवसैनिकों का गुस्सा है। एक बार लगाई गई आग जल्द नहीं बुझेगी। शिवसेना आखिर तक लड़ेगी।" बता दें कि पिछले दो-तीन दिनों से महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में बागी विधायकों के कार्यालयों में शिवसैनिकों द्वारा तोड़फोड़ की खबरें आ रही हैं। कई जगहों पर शिंदे के बैनरों पर कालिख पोती गई है।
बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच मुंबई में धारा 144 लागू
राज्य में बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच मुंबई पुलिस ने 10 जुलाई तक धारा 144 लागू कर दी है। तनाव के बीच जिले और शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐहतियातन धारा 144 लागू करने का फैसला लिया गया है। एकनाथ शिंदे के आवास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। धारा 144 लागू रहने के दौरान पुलिस सभी राजनीतिक दलों के कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा रही है। इससे पहले ठाणे में भी धारा 144 लागू हुई थी।
नाम को लेकर संग्राम
गुवाहाटी में डेरा डाले बैठे शिंदे कैंप ने शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को झटका देते हुए बड़ा कदम उठाया। इस खेमे ने बैठक कर अपना नाम 'शिवसेना बालासाहेब' रखने का फैसला किया है। इसके अलावा खेमे ने किसी अन्य पार्टी में विलय होने की संभावनाओं को भी खारिज कर दिया है। दूसरी तरफ शिवसेना ने प्रस्ताव पारित किया है कि किसी को भी शिवसेना और बालासाहेब ठाकरे का नाम इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।
बागी विधायकों के खिलाफ शुरू हुई कार्रवाई
शनिवार को शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया कि बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा बैठक में उद्धव ठाकरे को पार्टी और इससे जुड़े सभी मसलों पर फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया है। दूसरी तरफ महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना के आवेदन पर 16 बागी विधायकों को नोटिस भेज दिया है। उन्हें सोमवार को व्यक्तिगत या अपने वकील के जरिये पेश होने को कहा गया है।
"भाजपा कर रही सेना विधायकों की मदद"
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा सेना के बागी विधायकों की मदद कर रही है, लेकिन वो इसमें शामिल नहीं होंगे। गुवाहाटी में बागी विधायकों के रुके होने के सवाल पर सरमा ने कहा, "हमारा काम सुरक्षा और लोगों को आरामदायक स्टे देना है। कल को अगर कांग्रेस भी आती है तो मैं ऐसे ही स्वागत करुंगा। मैं आभारी हूं कि शिवसेना आई। इसी बहाने असम की बाढ़ पर लोगों का ध्यान गया है।"