प्रधानमंत्री मोदी ने 'भारत माता की जय' के नारों के साथ अपने भाषण का अंत किया। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने 'मोदी-मोदी' के नारे लगाए।
कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा को सभी को साथ लेकर चलना है और देश निर्माण के लिए सभी का प्रयास जरूरी है। उन्होंने लोगों से दोगुनी ताकत से राष्ट्र निर्माण में लगने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी आगे बोले कि भाजपा पर तमाम तमगे लगाए गए और भाजपा ने इन सारे भ्रमों को तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि आदिवासी और दलित-पिछड़े सभी भाजपा के साथ हैं।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को भी भाजपा का डर दिखाया गया, लेकिन इस झूठ की पोल गोवा के लोग खोलते रहे और अब पूर्वोत्तर के लोग भी इस झूठ की पोल खोलने में लग गए हैं। उन्होंने कहा कि ईसाई बहुल नागालैंड और मेघालय में भी भाजपा की जीत ये साबित करती है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जब कुछ लोग मोदी की कब्र खोदने की कोशिश कर रहे हैं, जहां मौका मिलता है कमल खिलता ही जा रहा है। उन्होंने कहा, "कट्टर लोग कहते हैं कि मर जा मोदी, देश कह रहा है मत जा मोदी।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छोटे राज्यों के प्रति अपनी नफरत को फिर से उजागर कर दिया और कांग्रेस अध्यक्ष कह रहे हैं कि छोटो राज्यों के नतीजों को कोई महत्व नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब मन में भारत जोड़ने का ख्याल न हो तो मुंह से ऐसे बोल निकलते ही हैं। उन्होंने कांग्रेस को दलित विरोधी भी बताया।
उन्होंने कहा कि छोटे लोगों और छोटो राज्यों से यही नफरत कांग्रेस को आगे भी डुबोएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि हर चुनाव के साथ देश की बहन-बेटियों का सुरक्षा कवच भाजपा के लिए मजबूत होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस भरोसे के लिए नागालैंड, त्रिपुरा और मेघालय की महिलाओं का शुक्रिया अदा करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें तमाम आर्थिक सुविधाएं दे रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारें कठिन कार्यों को करने से बचती थीं, लेकिन भाजपा कठिन कार्यों को भी करती है और वो ये सोचती है कि अगर उसने कठिन कार्य नहीं किए तो लोगों का जीवन और कितना कठिन हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पूर्वोत्तर राज्यों को बिजली, घर, स्वच्छ जल और रसोई गैस आदि दिए हैं और पहले की सरकारें कठिनता के कारण ऐसा करने से बचती थीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा का मंत्र 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' है और वह सबके लिए कार्य करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा का नारा 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की सफलता का रहस्य त्रिवेणी में छिपा है। उन्होंने कहा, "इसकी पहली शक्ति है भाजपा सरकारों का कार्य, इसकी दूसरी शक्ति है भाजपा सरकारों की कार्य संस्कृति, तीसरी शक्ति है भाजपा कार्यकर्ताओं का सेवा भाव।"
उन्होंने कहा कि ये त्रिवेणी मिलकर भाजपा की शक्ति को 1+1+1 यानि 111 गुणा बढ़ा देते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि वह प्रधानमंत्री के तौर पर 50 बार से अधिक बार पूर्वोत्तर गए हैं और बार-बार जाकर उन्होंने पूर्वोत्तर की जनता का दिल जीता है। उन्होंने कहा कि अब पूर्वोत्तर राज्यों की अपेक्षा नहीं होती।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन नतीजों में कई संदेश छिपे हैं और ये नतीजे दर्शाते हैं कि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कितनी आस्था है। उन्होंने कहा कि एक समय पूर्वोत्तर राज्यों के नतीजों की चर्चा भी नहीं होती थी और केवल चुनावी हिंसा की चर्चा होती थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक आत्मविश्वास से भरा हुआ और नया पूर्वोत्तर खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर अब न दिल्ली से दूर है और न दिल से दूर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'भारत माता की जय' के नारों के साथ अपने भाषण की शुरूआत की। उन्होंने भाजपा को जीत दिलाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से फोन की फ्लैशलाइट जलाकर नागालैंड, त्रिपुरा और मेघालय की जनता का आभार जताने को कहा। उन्होंने खुद भी उनके प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं का भी शुक्रिया अदा किया।
तीनों चुनावी पूर्वात्तर राज्यों में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचे हैं। वह यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद हैं।
नागालैंड की सभी 60 सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा-NDPP गठबंधन ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की है। इनमें NDPP ने 25 सीटों पर, जबकि भाजपा ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है।
वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने 7 सीटों और नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है।
असम के मुख्यमंत्री हिंमत बिस्वा सरमा ने मेघालय विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री और नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) कॉनराड संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर नई सरकार के लिए सहयोग और आशीर्वाद मांगा है।
गौरतलब है कि NPP ने भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ा था और मेघालय में कोई भी पार्टी सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत का आंकड़ा पार कर नहीं पाई है।
चुनाव आयोग ने त्रिपुरा की सभी 60 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इनमें भाजपा ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टी इंडिजिनियस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) ने 1 सीट पर जित दर्ज की है। वहीं पहली बार चुनाव लड़ने वाली टिपरा मोथा पार्टी ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की है। CPI (M) और कांग्रेस क्रमशः 11 और 3 सीटें जीतने में कामयाब हुई है। त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिपुरा में भाजपा की जीत पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, "धन्यवाद त्रिपुरा! यह वोट प्रगति और स्थिरता के लिए है। भाजपा राज्य के विकास पथ को बढ़ाने का कार्य जारी रखेगी। मुझे जमीनी स्तर पर शानदार प्रयास करने वाले सभी कार्यकर्ताओं पर गर्व है।"
चुनाव आयोग ने मेघालय की 59 विधानसभा सीटों में से 52 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए हैं। सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि 5 सीटों पर फिलहाल आगे चल रही है। दूसरे नंबर पर यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) ने 11 दर्ज की है। गौरतलब है कि सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 31 है।
नागालैंड की 60 सीटों में से 55 सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा-NDPP गठबंधन ने 35 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि 2 सीटों पर आगे चल रहा है।
वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) भी 2-2 सीटें जीतने में कामयाब हुई हैं।
त्रिपुरा की सभी 60 सीटों में से 58 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इनमें भाजपा ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टी IPFT भी 1 सीट जीतने में कामयाब हुई है।
वहीं पहली बार चुनाव लड़ने वाली टिपरा मोथा पार्टी ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की है। CPI (M) और कांग्रेस क्रमशः 11 और 3 सीटें जीतने में कामयाब हुई है।
कांग्रेस ने नागालैंड विधानसभा चुनाव में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है। पार्टी 60 सीटों में से एक भी सीट पर जीत नहीं दर्ज कर पाई है। बता दें कि कांग्रेस ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा था।
वहीं 22 सीटों पर लड़ने वाली नागा पीपल्स फ्रंट (NPF) सिर्फ 1 सीट जीतने में कामयाब हुई है और 1 सीट पर आगे चल रही है।